20 हजार विद्यार्थियों पर आठवीं बोर्ड से बाहर होने का खतरा, जानिए क्यों

0
724

जयपुर।शिक्षा विभाग ने एक बार फिर 8वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर विवादित गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन के मुताबिक सरकारी और निजी स्कूलों में नियमित पढ़ाई कर रहे 16 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थी आठवीं बोर्ड परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे।

इससे प्रदेश के करीब 20 हजार विद्यार्थियों के परीक्षा से बाहर होने की स्थिति पैदा हो गई है। आयु की गणना 13 नवंबर को आधार मानकर की जाएगी। पिछले दो सत्रों में भी 8वीं बोर्ड परीक्षा में आयु को लेकर विवाद उठता रहा है, लेकिन शिक्षा विभाग इसमें कोई सुधार नहीं कर रहा।

अब लगातार तीसरे साल फिर गाइडलाइन में यह विवादित बिंदु शामिल कर लिया है। दो साल पहले पहली बार जब इस मामले पर विवाद हुआ था तो विधानसभा में विपक्ष में सरकार को जोरदार तरीके से घेर लिया था। इसके बाद सरकार को राहत देनी पड़ी थी।

2017-18 में 25 हजार को मिली थी राहत :
आठवीं बोर्ड परीक्षा में 16 साल से अधिक आयु के विद्यार्थियों को पिछले दो सालों में भी फॉर्म भरने की छूट दी गई थी। सत्र 2016-17 में 55757 और सत्र 2017-18 में करीब 25 हजार विद्यार्थियों को राहत मिली थी। अब सत्र 2018-19 में करीब 20 हजार विद्यार्थियों पर संकट खड़ा गया है। नियम में शिथिलता मिली तो इनको राहत मिल सकती है।

कम भर्ती पर नोटिस का डर :
सत्र की शुरुआत में शिक्षकों को आयु को लेकर कोई निर्देश जारी नहीं होता। नामांकन नहीं बढ़ने पर संस्था प्रधानों को नोटिस थमाने का डर दिखाया जाता है। इस चक्कर में कई स्कूलों में 8वीं में 16 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों को भी प्रवेश दे दिया जाता है। जबकि कई विद्यार्थी तो पहले से ही स्कूल में पढ़ रहे थे।

आवेदन भरने की अंतिम तिथि 13 नवंबर के आधार पर होगी आयु गणना :
8वीं बोर्ड के लिए 30 अक्टूबर से 13 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आवेदन भराए जाएंगे। गाइडलाइन के मुताबिक आवेदन की अंतिम तिथि 13 नवंबर के आधार पर आयु की गणना की जाएगी। इस दिन तक 16 साल से अधिक आयु होने पर विद्यार्थी 8वीं बोर्ड परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर सकेगा।

बीच सत्र में आदेश से होती है गफलत
सत्र प्रारंभ होते समय तो शिक्षा विभाग के अधिकारी आयु को लेकर कोई आदेश जारी नहीं करते। अब बीच सत्र में इस प्रकार के आदेशों से गफलत की स्थिति बनती है। सरकार को इस नियम को स्थायी रूप से हटा लेना चाहिए, ताकि इस पर विवाद की स्थिति पैदा नहीं हो। बच्चा अगर 8वीं कक्षा में नियमित पढ़ाई कर रहा है तो चाहे वह किसी भी आयु का हो, उसको 8वीं बोर्ड में बैठने का अधिकार है। – विपिन प्रकाश शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राजस्थान प्राथमिक, माध्यमिक शिक्षक संघ

नियमों अनुसार जारी होती है गाइडलाइन
आठवीं बोर्ड परीक्षा के लिए जो भी गाइडलाइन जारी की जाती है वह नियम कायदों के आधार पर ही जारी की जाती है। इसमें साफ लिखा है कि 16 साल से अधिक आयु के बच्चों को आठवीं बोर्ड परीक्षा में नहीं बैठाने का नियम है। इस मामले पर अगर कोई शिथिलता चाहेगा तो इस पर विचार कर लिया जाएगा। पिछले साल भी छात्रों को राहत दी गई थी। -श्याम सिंह राजपुरोहित, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर