जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) अडवांस्ड 2019 का आयोजन इस साल 19 मई को होगा। इस साल परीक्षा का आयोजन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (आईआईटी) रूड़की करेगा। पिछले साल से परीक्षा का आयोजन कंप्यूटर आधारित मोड में हो रहा है।
अभ्यर्थी लगातार दो सालों तक दो बार जेईई (अडवांस्ड) की परीक्षा देंगे। जेईई मेन का रिजल्ट आने के बाद अडवांस्ड के पंजीकरण की प्रक्रिया आमतौर पर मई में शुरू आती है। जेईई अडवांस्ड में बैठने के लिए जेईई मेन क्लियर करना जरूरी होता है।इस साल 1.55 लाख अभ्यर्थियों ने जेईई अडवांस्ड दिया था जिनमें से 18,138 ने परीक्षा क्लियर की। 2017 में 51,000 से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा पास की थी।
ध्यान रहे कि सभी आईआईटीज ने इस साल अगस्त में एकमत से जेईई अडवांस्ड परीक्षा में बड़े सुधार के सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। आईआईटी काउंसिल की मीटिंग में फैसला लिया गया था कि जेईई अडवांस्ड में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा।
आपको बता दें कि मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने जेईई अडवांस्ड को अधिक वैज्ञानिक बनाने एवं छात्रों की कोचिंग सेंटर पर निर्भरता को कम करने के लिए एक एक्सपर्ट कमिटी के गठन का सुझाव दिया था।
चयनित छात्रों के लिए इंजीनियरिंग की ब्रांच नहीं बल्कि संस्थान वार सीटों के ऐलोकेशन का भी सुझाव दिया गया था। इसके अलावा आईआईटीज में फ्लैगशिप बीटेक कोर्स खत्म करने और आईआईटीज को रिसर्च एवं पोस्ट ग्रैजुएशन पर फोकस करने जैसा क्रांतिकारी बदलाव शामिल था।