कोटा। नए आईआईटी और सेंट्रल फंडेड एनआईटी जैसे संस्थानों को अब अपने स्तर पर ही छात्र-छात्राओं के लिए सुविधाएं विकसित करनी पड़ेंगी। एमएचआरडी ने इस संबंध में गाइडलाइन तैयार की है। आईआईटी काउंसिल की मीटिंग में इस पर डिस्कशन हो चुका है। अब इन संस्थानों को फूड कोर्ट व स्विमिंग पूल के लिए खुद के स्तर पर फाइनेंस की व्यवस्था करनी होगी।
नई गाइडलाइन में स्पेस के संबंध में निर्देश दिए गए हैं। स्मार्ट क्लास रूम के साथ-साथ एकेडमिक ब्लॉक के हॉस्टल व बिल्डिंग को लोकल एरिया नेटवर्क से कनेक्ट करते हुए वहां पर वाई फाई फैसिलिटी देनी होगी। वाई फाई कनेक्शन फाइबर ऑप्टिकल केबल के साथ एक जीपीएस होना चाहिए।
30 स्क्वायर मीटर प्रति स्टूडेंट पढ़ने की जगह व स्पोर्ट्स व कॉमन फैसिलिटी के 35 स्क्वायर मीटर प्रति स्टूडेंट स्पेस होना चाहिए। इसी प्रकार एमएचआरडी ने एक निगेटिव लिस्ट भी तैयार की है। इसमें उन संस्थानों के कार्यों का शामिल किया गया है, जिन्होंने एमएचआरडी की ओर से जारी की गई राशि का नियमों के अनुसार उपयोग नहीं किया है।
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