मुंबई। आयकर विभाग को जेट एयरवेज की बैलेंस शीट में हेर-फेर के सबूत मिले हैं। विभाग ने एयरलाइन के मुंबई और दिल्ली स्थित ऑफिसों पर 19 और 20 सितंबर को सर्वे की कार्रवाई की। एजेंसी के मुताबिक टैक्स अफसरों का कहना है कि जेट ने रिटर्न दाखिल करते समय मुनाफा कम और खर्च ज्यादा बताया।
तिमाही नतीजे टलने से आयकर विभाग को शक हुआकहना है कि जेट ने रिटर्न दाखिल करते समय मुनाफा कम और खर्च ज्यादा बताया।दो दिन चले सर्वे के आधार पर आयकर विभाग वित्तीय अनियमतताओं और संदिग्ध लेन-देन की जांच कर रहा है। एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि एयरलाइन का पिछले 4 साल का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
जेट ने शुक्रवार को रेग्युलेटरी फाइलिंग में सर्वे की जानकारी देते हुए कहा कि अधिकारियों को जांच में सहयोग दिया जा रहा है। जेट के तिमाही नतीजों में देरी हुई थी। आयकर अधिकारियों के मुताबिक इसी वजह से सर्वे की कार्रवाई की गई।
जेट के शेयर में शुक्रवार को करीब 8% गिरावट आई। यह 10 अगस्त के बाद एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। बीएसई पर शेयर 224.70 रुपए के निचले स्तर पर पहुंच गया।
विश्लेषकों के मुताबिक जेट की फ्लाइट में गुरुवार को हुई घटना का भी शेयर पर असर हुआ है। क्रू मेंबर मुंबई-जयपुर फ्लाइट में केबिन प्रेशर स्विच ऑन करना भूल गए। इससे कई यात्रियों के कान और नाक से खून बहने लगा। एक यात्री ने 30 लाख रुपए का हर्जाना मांगा है।
जेट एयरवेज को अप्रैल-जून तिमाही में 1,323 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। ऑडिटर्स से क्लीयरेंस नहीं मिलने की वजह से कंपनी ने 9 अगस्त को वित्तीय नतीजे टाल दिए थे। बाद में 27 अगस्त को घोषित किए।