इजरायली संतरे से महकेगा इंडिया, कोटा में तैयार किये पौधे

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कोटा। इजरायली,  जापानी और अमेरिकी संतरे से महकेगा इंडिया। इन किस्मों के पौधे यहाँ उगाये जा चुके हैं और उन पर संतरे आने शुरू हो गए हैं। यह किस्में जो पूरे देश में अपनी पहचान बना चुके नागपुरी संतरे से कहीं बेहतर हैं।  निम्बू वर्गीय फसलों के विकास के लिए 2012 -13 में राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत यह कार्य किया गया है। इंडो-इजराइल कार्य योजना के अधीन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर सिट्रिस की स्थापना राजस्थान सरकार की ओर से कोटा में बूंदी रोड नांता फार्म हाउस पर की गयी। 

यहां पर इस योजना के तहत इजरायल ,जापान ,अमेरिका के उच्च गुणवत्ता वाले संतरे की किस्मों को विशेष विधि से लगाया गया है। जिन किस्मों को यहां लगाया गया है,  उनमे क्लेमेन्टाईन, डेजी, किन्नु नागपुर सीडलैस, नागपुर संतरा, जाफा, वाशिंगटन नेवल संतरा इस तरह की कुल ये 14 खास किस्में हैं जो राजस्थान में संतरे को अपनी अलग पहचान देने के लिए तैयार हो रही है। 

कोटा नांता के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर सिट्रिस में इन सभी किस्मों के पौधों को तैयार किया गया है. इन सभी किस्मों को विदेशों से आयात किया गया है।  यहां खास इन्फ्रास्ट्रक्चर में हाईटेक पॉली हाउस ,वेक्टर नेट हाउस फॉर सीडलिंग, मदर ब्लाक वेक्टर नेट हॉउस में इन्हें तैयार किया जा रहा है। विशेषज्ञों की टीम पूरी तरह इन पौधों पर मॉनिटरिंग करती है।  ताकि पूरी तरह रोग मुक्त और उन्नत किस्म के पौधे तैयार होकर किसानों तक पहुंचे।  

इस परियोजना के द्वारा संतरा उत्पादक कृषको को उन्नत संतरा उत्पादन की तकनीकी एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराये जाएंगे,  ताकि कृषक संतरों के उन्नत उत्पादन कर सकें।  जिनसे नए बागानों की स्थापना होगी और संतरा बागानों का व्यापक विस्तार हो सकेगा।  केंद्र के प्रयासों से संतरे का व्यापक क्षेत्र में उत्पादन होने के कारण ग्रेडिंग, वैक्सिंग, पैकिंग, जूस आधारित उद्योग पनपेंगे जिससे लोगों को रोजगार भी मिलेंगे। 

इन विशेष किस्मों को कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने भी देखा है।  सैनी ने इन किस्मों से होने वाली पैदावार की बहुत अच्छी उम्मीद जताते हुए कहा कि अब तक देश में नागपुर के संतरे की ही अपनी पहचान है अब राजस्थान के संतरे की भी अपनी अलग पहचान होगी। कोटा में उगने वाले ये विदेशी संतरे जल्द ही देश में अपनी अलग पहचान बना लेंगे। 

बता दें कि कोटा के विधायक हीरालाल नागर ने खुद इन संतरो की किस्मों को अपने खेतो में लगाया है.,जिसके नतीजे उन्हें अच्छे नजर आ रहे हैं।  नागर  की मानें तो वो वक्त अब ज्यादा दूर नहीं जब राजस्थान के संतरे की भी अपनी अलग पहचान होगी ।   ये उगेगा भले ही राजस्थान में लेकिन इसकी किस्म विदेशी है जो कि बेहद ही उम्दा है । प्रदेश के किसानों के लिए भी संतरा उत्पादन मुनाफे का सौदा होगा । इजरायल तकनीक से संतरे की बागवानी का वीडियो देखिये –