नयी दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर महीने में अब तक पूंजी बाजारों से 9,400 करोड़ रुपये या 1.3 अरब डॉलर की निकासी की है। इससे पिछले दो माह के दौरान उन्होंने पूंजी बाजार में निवेश किया था। चालू खाते का घाटा बढ़ने, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों तथा रुपये में गिरावट की वजह से विदेशी निवेशक निकासी कर रहे हैं।
ताजा निकासी से पहले पिछले महीने विदेशी निवेशकों ने पूंजी बाजार (इक्विटी और ऋण) में 5,200 करोड़ रुपये डाले थे। इससे पहले अप्रैल-जून के दौरान विदेशी निवेशकों ने 61,000 करोड़ रुपये की निकासी की थी।
डिपॉजिटरी के ताजा आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने 3 से 14 सितंबर के दौरान शेयरों से शुद्ध रूप से 4,318 करोड़ रुपये और ऋण बाजार से 5,088 करोड़ रुपये निकाले। इस तरह उन्होंने कुल मिलाकर 9,406 करोड़ रुपये की निकासी की।
मॉर्निंगस्टार के वरिष्ठ शोध विश्लेषक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि चालू खाते का घाटा बढ़ने, कच्चे तेल में उछाल तथा रूपये में कमजोरी और सरकार की राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को प्राप्त करने की क्षमता पर चिंता की वजह से विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से निकासी कर रहे हैं।