नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने बैंकों को 70 बड़े NPA अकाउंट्स पर सोमवार तक भरपाई करने के प्रस्ताव की मांग की है। इसको लेकर बैंकर परेशान हैं। इसमें ज्यादातर पावर कंपनियां शामिल हैं। बैंक इसको लेकर दीवालिया की प्रक्रिया से बचना चाहते हैं। यह लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की रकम है।
इस रकम में 86 प्रतिशत आलोक इंडस्ट्रीज की है। आरबीआई के सर्कुलर में कहा गया है कि बैंक सभी डिफाल्टर्स की पहचान करें। यह सर्कुलर 1 मार्च को जारी किया गया था। बैंकर्स का कहना है कि कुछ ऐसे अकाउंट्स के बारे में कर्जदाताओं ने रिजॉल्यूशन फाइनल कर लिया है।
पावर कंपनियों ने केंद्रीय बैंक के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट में भी अर्जी है जो अभी तक पेंडिंग है। बहुत सारे बैंक इसको लेकर बोर्ड की बैठक कर रहे हैं।