रोबोटिक्स क्लब के बनाए दो रोबोट को अलग अलग इवेंट में दो खिताब

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कोटा। ट्रिपलआईटी दिल्ली में आयोजित टेक्निकल फेस्ट में राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के रोबोटिक्स क्लब के छात्रों ने अपनी तकनीकी का लोहा मनवाया। देश भर की 25 टीमों ने भाग लिया था। तकनीकी रूप से एडवांस इन रोबोट्स को बनाने के लिए स्टूडेंट्स को चार माह का समय लग गया है। यहां आयोजित रोबो-वार व रोबो- रेस में आरटीयू के स्टूडेंट्स ने दूसरा स्थान हासिल किया।

इस टूर्नामेंट में एनआईटी दिल्ली के साथ साथ अन्य एनआईटी, स्टेट टेक्निकल यूनिवर्सिटी के साथ साथ कंपनियों की ओर से स्पांसर स्टूडेंट्स ने भी भाग लिया। रोबो वार में आरटीयू की टीमों ने अन्य टीमों के रोबोट को परास्त किया। वहीं रोबो रेस में छात्रों ने 22 अलग अलग बाधाओं को मात्र सात मिनट में टाॅस्क को पूरा कर लिया।

यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो.एनपी कौशिक, रोबोटिक्स क्लब कार्डिनेटर डॉ. दीपक भाटिया ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया है। यहां आने के बाद भी छात्रों ने अपना प्रजेंटेशन यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के सामने रखा।

इसीलिए मुश्किल था चैलेंज
आरटीयू के पास सीमित संसाधन है और फंडिंग में एनआईटी की तरह नहीं होती है। ऐसे में 60 किलो के रोबोट के मूवमेंट, अलाइनमेंट, बैलेंस, स्पीड आदि का ध्यान रखते हुए तैयार करना बड़ा चैलेंज था। एक भी तकनीकी पहलू बिगड़ने पर रोबोट इस टूर्नामेंट में लंबा नहीं चल पता।

इस कारण रोबोट को तैयार करने के बाद कई बाद उसकी टेस्टिंग की गई। एनआईटी दिल्ली व अन्य प्रोफेशनल संस्थानों केे बावजूद आरटीयू क्लब ने अच्छा परफार्म किया।

सीनियर्स की मेंटरशिप: रोबोटिक्स में भी सीनियर्स की मेंटरशिप जूनियर्स को मिल रही है। आरटीयू का यह क्लब वी लर्न वी शेयर की पद्धति पर काम करता है। यही कारण है कि प्रतियोगिता में प्राइवेट कॉलेज के छात्र भी आरटीयू के स्टूडेंट्स से पीछे रह गए।

इनकी टीम को मिली सफलता: रोबोट बनाने वाली टीम में प्रकाश पंवार, प्रीतम कुमार, विवेक, कोस्तुम व अक्षय ने मिलकर तैयार किया। यह भी छात्र किसी एक ब्रांच के नहीं होकर अलग अगल ब्रांच के थे। इंटर डिसीप्लीनरी स्टूडेंट्स ने बेहतर कॉर्डिनेशन करके यह दूसरा स्थान हासिल किया।