कोटा। कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि कोटा में लहसुन एक्सपोर्ट जोन बनाया जाएगा। इसके माध्यम से हाड़ौती के लहसुन का जायका अब दुनिया भर में फैलेगा। वे केंद्रीय मसाला बोर्ड की ओर से यूआईटी सभागार में शुक्रवार को आयोजित गार्लिक सेलर-बायर मीट में सम्बोधित कर रहे थे।
सैनी के कहा कि अभी तक लहसुन के भण्डारण का भी उचित बंदोबस्त नहीं हो पाया है। जिसके चलते सीजन में लहसुन के दाम गिर जाते हैं और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। सांसद बिरला इस मसले को संसद में भी उठा चुके हैं। इसलिए राज्य सरकार कोटा में गार्लिक एक्सपोर्ट जोन बनाने की तैयारी में जुटी है।
इसके लिए राज्य सरकार की ओर से प्रस्ताव तैयार कराकर एपीडा और सेंट्रल स्पाइस बोर्ड को भेजा जाएगा। उन्होंने किसानों को प्रेरित करते हुए कहा कि इससे पहले उन्हें अपनी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए और उन्नत बीजों का इस्तेमाल कर अच्छी किस्म की पैदावार को बढ़ावा देना चाहिए। क्योंकि उत्पाद जितना ज्यादा गुणवत्तापूर्ण होगा उसकी मांग उतनी ही ज्यादा होगी।
सीड क्लस्टर बनेंगे
अध्यक्षीय भाषण में सांसद ओम बिरला ने कहा कि मुम्बई के व्यवसायी 1000 बीघा में लहसुन का उन्नत किस्म का बीज उत्पादित करने को तैयार हैं। सारे खर्च और नुकसान की भरपाई वह करेंगे।
एेसे में हाड़ौती में दो-दो, चार-चार बीघा के कलस्टर बनाकर एक हजार बीघा में उन्नत किस्म का लहसुन का बीज तैयार किया जाएगा। जो भी किसान बीज तैयार करने के लिए अपनी जमीन किराए पर देना चाहता है। वह उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक से सम्पर्क कर सकते हैं।