नई दिल्ली । भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) की पहली तिमाही के उम्मीद से बेहतर नतीजे मार्केट सेंटीमेंट को मजबूत करेंगे। कंपनी के नतीजों ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अन्य आईटी कंपनियों के बेहतर नतीजों की उम्मीद को पुख्ता किया है, जो उतार-चढ़ाव वाली स्थिति में बाजार के लिए नियर टर्म में सबसे मजबूत ट्रिगर साबित हो सकता है।
2018-19 की पहली तिमाही में कंपनी को 7,340 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है, जो सालाना आधार पर 23.46 फीसदी अधिक है। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी को कुल 5,945 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। बेहतर नतीजों का तोहफा देते हुए कंपनी ने निवेशकों को प्रति शेयर 4 रुपये का लाभांश देने का भी ऐलान किया है, जिसका रेकॉर्ड डेट 18 जुलाई होगा जबकि भुगतान की तारीख 25 जुलाई होगी।
टाटा ग्रुप की इस कंपनी ने हाल ही में 100 बिलियन डॉलर (करीब 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक) का स्तर छूने में सफलता पाई थी। पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में शानदार नतीजे देने के बाद इस कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में उम्मीद से बेहतर नतीजे देकर बाजार के भरोसे को मजबूत किया है।
अमूमन वित्त वर्ष की पहली तिमाही आईटी कंपनियों के लिए शानदार होते हैं और टीसीएस के नतीजों ने अन्य आईटी कंपनियों के बेहतर नतीजों की उम्मीद को बल दिया है। कंपनी के नतीजों की घोषणा करते हुए सीईओ और एमडी राजेश गोपीनाथन ने कहा, ‘हम मजबूत नोट के साथ नए वित्त वर्ष की शुरुआत कर रहे हैं। हमारे बैंकिंग वर्टिकल ने इस तिमाही में शानदार रिकवरी दिखाई है, जबकि अन्य क्षेत्रों ने अपनी ग्रोथ की गति को बनाए रखा है।’