कोटा। बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत लहसुन को सरकार 5000 रुपए व गेहूं को 2000 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद करें। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के समर्थन में गुरुवार को हाड़ौती संभाग में कुछ मंडियां पूर्णत व कुछ मंडिया आंशिक रूप में बंद रही।
समिति की ओर से किसान नेता दुलीचंद बोरदा ने बताया कि समिति का उक्त मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर तीसरे दिन क्रमिक अनशन जारी रहा। जिसका समर्थन किसानों ने इटावा, सुल्तानपुर, बारां की मंडियां पूर्णत बंद रही है। कापरेन, के.पाटन व बूंदी की मंडियां आंशिक रूप से बंद रही। यहां 10 फीसदी ही किसान मंडी में माल लेकर पहुंचे।
भामाशाहमंडी का गेट बंद कर किया प्रदर्शन
किसान नेता फतेहचंद बागला ने बताया कि समिति व समर्थित किसान सदस्यों ने लहसुन व गेहूं की खरीद सरकार से उचित मूल्य पर करवाने की मांग को लेकर भामाशाहमंडी को दो घंटे बंद रखा। सुबह 10 से 12 बजे तक मंडी के मेन गेट के सामने प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। इस मौके पर किसान नेता व पूर्व पार्षद सुरेश गुर्जर, अब्दुल हमीद गौड़, नंदकिशोर शर्मा, चौथमल नागर व नंदलाल धाकड़ मौजूद रहे।
पांच किसान बैठे क्रमिक अनशन पर
किसान नेता बोरदा ने बताया कि कलेक्ट्रेट पर चल रहे क्रमिक अनशन पर किसान प्रतिनिधि कन्हैयालाल, बद्रीलाल, किशन सिंह, कजोड़लाल व बहादुर आदि बैठे। साथ में लहसुन के कट्टे रखकर सरकार से उसकी उचित मूल्य पर खरीद की मांग की। इस मौके पर 57 महिला किसान प्रतिनिधि भी मौजूद रही।
सांसद बिरला ने राज्य मंत्री से की मुलाकात : सांसद ओम बिरला ने गुरुवार को केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग राज्य मंत्री सीआर चौधरी से मुलाकात कर एफसीआई के समर्थन मूल्य पर खरीद केंद्रों पर किसानों की समस्याओं से अवगत करवाया और उनके समाधान करवाने का आग्रह किया।
सांसद बिरला ने कहा कि गेहूं की बंपर फसल हुई है तथा सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू कर दी गई है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।
व्यापारियों ने दो घंटे बंद रखा कामकाज
किसानों का आंदोलन के समर्थन में कोटा ग्रेन सीड्स एंड मर्चेंट एसोसिएशन की ओर से 2 घंटे काम बंद रखा। 10 से 12 बजे तक नीलामी नहीं की गई। अध्यक्ष अविनाश राठी ने बताया कि किसानों की मांगों के समर्थन में व्यापारी भी उनके साथ हैं । इसके चलते सुबह से मंडी में 2 घंटे में कामकाज बंद रहा।
इज्यराज सिंह पहुंचे भामाशाहमंडी
पूर्व सांसद इज्यराज सिंह ने गुरुवार को भामाशाह मंडी के हालात का निरीक्षण किया। वहां वे किसानोंं की समस्या से रूबरू हुए। इस दौरान सरकारी कांटों पर फसल तुलाई के दौरान होने वाली दिक्कतों को लेकर उन्होंने नाराजगी भी जताई। किसानों ने सिंह को बताया कि सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर प्रति बीघा के हिसाब से निश्चित मात्रा में फसल की खरीद की जा रही है तथा खरीद के बाद बचे हुए अनाज को किसानो को वापस दिया जा रहा है।
सिंह ने पूछा कि सरकारी कांटे पर किसानों का चना क्यों नहीं तोला जा रहा है। दीगोद क्षेत्र से आई एक महिला ने हाथ जोड़ते हुए कहा कि दिसम्बर में उड़द की फसल बेची थी जिसका अभी तक भी भुगतान प्राप्त नहींं हुआ है।