रामगंजमंडी। कृषि उपजमंडी बुधवार को धनिया की आवक के चलते छोटी पड़ गई। इस सीजन में पहली बार मंडी में जिंसों की आवक का आंकड़ा 50 हजार बोरी पर पहुंच गया। इनमें सर्वाधिक 35 हजार बोरी धनिया की आवक रही। अधिक आवक के चलते मंडी के गेट बंद करने पड़े। वहीं मंडी में पहुंचा पूरा धनिया भी नीलाम नहीं हो सका।
मंडी में इन दिनों धनिया के साथ अन्य जिंसों की आवक में लगातार इजाफा हो रहा है। क्षेत्र में किसान फसलों को तैयार कर खेतों से सीधे मंडी में बेचने आ रहे हैं। उपखंड क्षेत्र के साथ झालावाड़, बारां और समीपवर्ती मध्यप्रदेश से भी बड़ी संख्या में किसान यहां धनिया व अन्य जिंस बेचने आ रहे हैं। ऐसे में सुबह तक पूरी मंडी धनिया से अट गई।
हालत यह थी कि यार्डों के साथ मुख्य रास्ते पर भी धनिया की ढेरियां लगानी पड़ी। मंडी में सबसे अधिक 35 हजार बोरी धनिया की आवक हुई। देर शाम तक नीलामी प्रक्रिया चलने के बावजूद केवल 30 हजार बोरी धनिया की नीलाम हो सका। पांच हजार बोरी धनिया नीलाम होने से शेष रह गया।
मंडी के सभी यार्ड फुल होने से मंडी प्रशासन ने दोपहर बाद जिंस लेकर आने वाले वाहनों के लिए मंडी के गेट बंद कर दिए। इससे बाद में जिंस लेकर पहुंचे वाहनों को बाहर ही रोक दिया गया। इन्हें बुधवार मध्यरात्रि बाद ही मंडी में प्रवेश दिया गया। उधर, सीजन में पहली बार 50 हजार बोरी जिंसों की आवक होने से व्यापारियों में भी उत्साह रहा।
वहीं मंडी में बडी संख्या में किसानों का जमावड़ा लगा रहा। मंडी में बुधवार को धनिया बादामी 4200 से 4400, धनिया ईगल 4500 से 4700, धनिया स्कूटर 4700 से 5000, धनिया रंगदार 6000 से 13000 रुपए तक बिका। वहीं शाम को फिर दूर-दराज से किसानों के जिंस लेकर आने का सिलसिला शुरू हो गया।