नई दिल्ली। निवेश के लिहाज से गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (गोल्ड ईटीएफ) की चमक लगातार फीकी पड़ती जा रही है। नये साल के पहले महीने यानी जनवरी में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से 110 करोड़ की निकासी की। इसी के साथ चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीने में निवेशकों ने इससे 679 करोड़ रुपए निकाल लिये।
कमजोर रिटर्न के चलते निवेशकों ने निकासी की। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में गोल्ड फंड प्रबंधन के तहत परिसंपत्ति (एयूएम) 15 प्रतिशत से अधिक गिरकर 4,906 करोड़ रुपए रह गयी, जो कि पिछले साल इसी अवधि में 5,670 करोड़ रुपए थी।
पिछले चार वित्त वर्षों से गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों की ठंडी प्रतिक्रिया मिल रही है। निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से 2016-17 में 775 करोड़, 2015-16 में 903 करोड़, 2014-15 में 1,475 करोड़ और 2013-14 में 2,293 करोड़ रुपए की निकासी की।
ईएलएसएस में रुझान बढ़ा
एक तरफ जहां गोल्ड ईटीएफ में सुस्ती का रुख रहा, वहीं इक्विटी और इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) में निवेशकों का रुझान बढ़ा। 2017-18 के पहले 10 महीने में निवेशकों ने इसमें 1.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया, जिसमें से 15,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश अकेले जनवरी महीने में किया गया।
एम्फी के आंकड़े के मुताबिक, जनवरी में 14 गोल्ड ईटीएफ से 110 करोड़ की निकासी की गयी जबकि 2016-17 के इसी महीने में 35 करोड़ की निकासी हुयी थी। दिसंबर में कुल 58 करोड़ की निकासी की गयी।