बेंगलुरु। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को अपने बजट भाषण में कहा था कि बिटकॉइन सहित सभी क्रिप्टो मुद्राएं गैरकानूनी हैं और सरकार उन्हें समाप्त करने के लिए पूरा प्रयास करेगी। इसके ठीक एक दिन बाद शुक्रवार को क्रिप्टोकरंसी जबरदस्त गिरावट देखने को मिली।
लेकिन शुक्रवार शाम को इन मुद्राओं में फिर से जबरदस्त वापसी की। शुक्रवार को शाम 8 बजे तक इसने न केवल अपने शुक्रवार के नुकसान की भरपाई की, बल्कि गुरुवार को हुए नुकसान को भी कवर कर लिया। जेटली के भाषण का प्रभाव दुनिया भर की क्रिप्टोकरंसी के दामों पर पड़ा है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें भारत के क्रिप्टोकरंसी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कहने के बाद तो पिछले दो दिनों में काफी गिरावट आई है। गुरुवार की क्लोजिंग के मुकाबले शुक्रवार को बिटकॉइन के दाम 15 प्रतिशत नीचे गिरकर 5.3 लाख रुपये पर आ गए, लेकिन शाम के 8 बजते-बजते इनके दाम वापस 6.4 लाख रुपये पर आ गए।
एथेरेअम, रिपल और लाइटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी भी पहले गिरी और बाद में फिर ऊपर आ गई। एथेरेअम गुरुवार के 80 हजार रुपये के दाम के मुकाबले शुक्रवार को 31 प्रतिशत गिरा और 55 हजार रुपये पर आ गया। वहीं लाइटकॉइन 11,500 रुपये से गिरकर 7,100 रुपये पर आ गया। शुक्रवार को आखिर में दोनों करंसियों ने अच्छी वापसी की।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में जेटली के भाषण के बाद महज दो घंटे के भीतर बिटकॉइन के दाम 10,209 डॉलर से 9,837 डॉलर पर आ गए। शुक्रवार को ये 7,848 डॉलर तक गिरे, लेकिन बाद में 8,800 डॉलर के साथ वापसी की।
भारत के अलावा अमेरिका, इंग्लैंड और दक्षिण कोरिया जैसे देशों की रेग्युलेटरी बॉडीज भी क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लैटफॉर्म्स पर पैनी नजर बनाए हुए थी। यूनोकॉइन, जेबपे, कॉइनेक्स और कॉइनसिक्यॉर जैसे इंडियन क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लैटफॉर्म्स स्थिति को समझने की कोशिश में व्यस्त रहे। उनके पास खरीदारों की तरफ से लगातार सवाल आ रहे थे कि उन्हें अपनी करंसी बेच देनी चाहिए या नहीं।