कोटा। पारीक समाज की महिलाओं ने पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ सामूहिक गणगौर उद्यापन किया। इस आयोजन में समाज की महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और गणगौर माता का पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की।
महर्षि पारीक पराशर संस्थान के अध्यक्ष रमेश पारीक ने बताया कि गणगौर पूजन की विधि विशेष रूप से पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न कराई गई। महिलाओं ने शुभ मुहूर्त में गणगौर माता की प्रतिमाओं का पूजन किया। इस दौरान मंगल गीतों और लोकधुनों से वातावरण भक्तिमय हो उठा।
उद्यापनकर्ता सावित्री पारीक व नमिता पारीक ने बताया कि पूजन के दौरान विशेष सामग्रियों का उपयोग किया गया, जिनमें सुहाग सामग्री, गेंहू के अंकुर, मेहंदी, सिंदूर, फूल-माला, कुमकुम, धूप-दीप, हल्दी, अक्षत, कलश, फल, नारियल और विशेष पकवान शामिल रहे।
महिलाओं ने गणगौर माता को जल अर्पित कर अखंड सौभाग्य की प्रार्थना की। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सजी-धजी महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चल रही थीं। इस अवसर पर संरक्षिका गीता देवी, कल्पना पारीक, मोना पारीक, श्यामलता पारीक, मंजू पारीक, अनिता पारीक, विनीता पारीक, जया पारीक सहित कई महिलाएं उपस्थित रही।