शिशुओं को मां का दूध उपलब्ध करवाने के लिए कोटा में मदर्स मिल्क बैंक तैयार

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कोटा। संभाग के सबसे बड़े मातृ एवं शिशु अस्पताल जेके लोन में मदर्स मिल्क बैंक तैयार किया जा रहा है, जहां प्रसूताएं दूध दान कर सकेंगी। अस्पताल प्रशासन की ओर से बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं से दूध दान करने की अपील भी की जाएगी।

जेके लोन अस्पताल की अधीक्षक डॉ. निर्मला शर्मा ने बताया कि प्रसूताएं एक दिन में तीन बार दूध दान कर सकेंगी। यह मिल्क बैंक उन नवजात शिशुओं के लिए वरदान साबित होगा, जिनकी मां नहीं हैं या जिन्हें मां का दूध नहीं मिल पा रहा है। मदर्स मिल्क बैंक का कार्य 90% तक पूरा हो चुका है। बिल्डिंग तैयार हो चुकी है और अब मशीनरी स्थापित की जानी बाकी है।

अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि इस बैंक से प्रतिदिन आधा दर्जन से अधिक नवजात शिशुओं को लाभ मिलेगा और उन्हें पोषक मां का दूध उपलब्ध कराया जा सकेगा। मदर्स मिल्क बैंक बनने के बाद कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश तक के नवजात शिशुओं और उनके परिजनों को फायदा मिलेगा।

हालांकि, दूध दान करने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य की पूरी जांच की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें कोई बीमारी न हो। मदर्स मिल्क बैंक नवजात शिशुओं के लिए मां का दूध स्टोर करने और वितरित करने वाली एक नॉन-प्रॉफिट संस्था है। इन बैंकों में स्वेच्छा से दूध दान किया जाता है, जिससे जरूरतमंद नवजात शिशुओं को मां का दूध उपलब्ध कराया जा सके।