निजामाबाद। National Turmeric Board: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने मंगलवार को तेलंगाना के निजामाबाद जिले में नेशनल टर्मरिक बोर्ड का उद्घाटन किया। यह बोर्ड हल्दी किसानों के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा, जो लंबे समय से इसे लेकर इंतजार कर रहे थे।
पियूष गोयल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बोर्ड का उद्घाटन किया और इसे संक्रांति (Makar Sankranti) के शुभ अवसर पर लॉन्च करने की बात कही। गोयल ने कहा कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हल्दी की उत्पादकता बढ़ाने की बहुत संभावनाएं हैं और बोर्ड इन क्षेत्रों में विकास के लिए काम करेगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड का मुख्य उद्देश्य हल्दी किसानों की भलाई, अच्छे किस्मों का विकास और इसके निर्यात पर विशेष ध्यान केंद्रित करना होगा।
गोयल ने यह भी कहा कि हल्दी की खेती और इसके व्यापार को बढ़ाने से न केवल निजामाबाद बल्कि उत्तर तेलंगाना के आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा। उन्होंने यह बताया कि पिछले दशक में निजामाबाद हल्दी का औसत दाम लगभग 6,000 रुपये प्रति क्विंटल था, लेकिन 2024 में यह दाम बढ़कर 18,000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है, और यह ट्रेंड अभी भी जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अक्टूबर 2023 को तेलंगाना में एक जनसभा के दौरान इस बोर्ड के गठन की घोषणा की थी। यह फैसला हल्दी किसानों की 40 साल पुरानी मांग को पूरा करता है, जो एक समर्पित बोर्ड की स्थापना की अपेक्षा कर रहे थे, जो हल्दी की खेती और व्यापार को बढ़ावा दे सके।
नेशनल टर्मरिक बोर्ड हल्दी किसानों को कई प्रकार की सहायता देगा, जिसमें शोध और विकास में मदद, प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना, निर्यात को बढ़ावा देना, और किसानों के उत्पाद के लिए बेहतर दाम सुनिश्चित करना शामिल है।
बताते चलें कि भारत दुनिया सबसे बड़ा हल्दी उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक देश है। देश में 3.24 लाख हेक्टेयर में हल्दी उगाया जाता है और 11.61 लाख टन उत्पादन करता है। यह हल्दी के वैश्विक उत्पादन का तीन-चौथाई से अधिक है। भारतीय हल्दी के प्राथमिक आयातकों में बांग्लादेश, यूएई, अमेरिका और मलेशिया शामिल हैं। बोर्ड के समर्पित प्रयासों से, हल्दी का निर्यात 2030 तक 1 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
इस बोर्ड के गठन से भारत को वैश्विक हल्दी बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत करने का मौका मिलेगा। पल्ले गंगा रेड्डी को नेशनल टर्मरिक बोर्ड का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।