सोने की तस्करी का यह नायाब तरीका जानकर चौंक जाएंगे आप, जानिए कैसे

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नई दिल्ली। Gold smuggling: सोने की तस्करी करने वाले कोई पेट में छिपाकर सोना लाता है तो कोई शरीर के दूसरे हिस्से में छिपाकर। जब भी तस्कर पकड़े जाते हैं, वे ज्यादातार यात्री ही होते हैं। ऐसे यात्री जो सोने की तस्करी करके लाते हैं। लेकिन क्या होगा जब तस्करी को अंजाम देने वाले कोई और नहीं बल्कि एयरपोर्ट के स्टाफ ही हो, वह भी बिना कोई सफर किए।

ऐसा ही मामला मुंबई एयरपोर्ट पर सामने आया है। यहां के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से स्टाफ के दो सदस्यों को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने गिरफ्तार किया है। इन पर सोने की तस्करी का आरोप है। सबसे खास बात यह है कि इन्होंने यह तस्करी बिना किसी सफर के की। इन दो सदस्यों में एक महिला है। महिला से 3 किलो से ज्यादा सोना बरामद हुआ है। इसकी बाजार में कीमत ढाई करोड़ रुपये से ज्यादा है।

जिन दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है, उनमें एक ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ मेंबर है। वहीं दूसरी आरोपी महिला है। यह एयरपोर्ट पर कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव है। डीआरआई अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी होनी है। अधिकारियों ने सोने की तस्करी में शामिल होने के संदेह में एक महिला कर्मचारी को एयरपोर्ट के एग्जिट गेट पर रोका। यह महिला सेलेबी एनएएस एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की कर्मचारी है।

जब उस महिला की तलाशी ली गई तो उसके पास से पेस्ट के रूप में 3350 ग्राम (3.35 किलो) सोने से भरे दो पैकेट बरामद हुए। इनकी कीमत करीब 2.67 करोड़ रुपये है। इस सोने को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के तहत जब्त कर लिया है। दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।

महिला से पूछताछ हुई तो उसने तस्करी का जो तरीका बताया, उसे जानकर आप चौंक जाएंगे। महिला ने बताया कि इस तस्करी में एयरपोर्ट पर काम करने वाला एक ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ मेंबर भी शामिल है।

उसने इस सोने को फ्लाइट संख्या EY200 पर एक कचरा गाड़ी से निकाला था। इसके बाद उसने उसे उस महिला को दे दिया। फिर महिला ने अपनी एयरोड्रोम एंट्री परमिट (AEP) का इस्तेमाल करके इसे एयरपोर्ट से बाहर तस्करी करने का प्रयास किया। लेकिन जांच में पकड़ी गई। शुरुआती जांच के मुताबिक इन दोनों ने किसी विशेष सिंडिकेट के लिए तस्करी के काम में मदद की। हालांकि पूरे मामले की जानकारी आगे की जांच में ही पता लगेगी।