रायचूर। दक्षिण भारत के प्रमुख मूंगफली उत्पादक प्रान्त कर्नाटक में इस महत्वपूर्ण तिलहन फसल की कटाई-तैयारी आरंभ हो चुकी है और मंडियों में आपूर्ति भी होने लगी है लेकिन इसका भाव नीचे चल रहा है।
इसे देखते हुए राज्य सरकार के विशेष आग्रह पर केन्द्र ने कर्नाटक में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से मूंगफली खरीदने की स्वीकृति प्रदान कर दी है और राज्य सरकार ने खरीद प्रक्रिया शुरू करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी कर दिया है।
केन्द्र सरकार ने मूंगफली का एमएसपी पिछले साल के मुकाबले 6.4 प्रतिशत बढ़ाकर इस बार 6783 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है और कर्नाटक में इसी मूल्य स्तर पर छह एजेंसियों को खरीद प्रक्रिया के संचालन का दायित्व सौंपा गया है। इसमें केन्द्र की दो तथा प्रांतीय स्तर की चार एजेंसियां सम्मिलित हैं।
मूल्य समर्थन स्कीम के दिशा निर्देशों के अनुरूप राज्य के जिन जिलों में मूंगफली खरीदने का निर्णय लिया गया है उसमें रायचूर, विजयनगर, गडग, दावणगेरे, बगलकोट, चित्रदुर्ग, बल्लारी, हावेरी, धारवाड़, टुंकुर तथा कोप्पल शामिल हैं।
उपरोक्त सभी जिलों के वरिष्ठ एवं सम्बद्ध अधिकारियों को मूंगफली की खरीद के लिए समुचित व्यवस्था यथाशीघ्र करने का निर्देश दिया गया है। किसानों का रजिस्ट्रेशन भी जल्दी से जल्दी आरंभ करने के लिए कहा गया है और इसके लिए सम्बन्धित एजेंसियों के साथ बातचीत करने के लिए कहा गया है।
कर्नाटक को गुजरात और राजस्थान के बाद देश में मूंगफली का तीसरा सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त माना जाता है। व्यापार विश्लेषको के मुताबिक न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद आरंभ होने से किसानों को काफी राहत मिलेगी और इसके खुले बाजार (थोक मंडी) भाव में कुछ सुधार आ सकता है।