Stock Market: सेंसेक्स 663 अंक फिसल कर 79402 पर, निफ्टी 24200 से नीचे बंद

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नई दिल्ली। Stock Market Closed: भारतीय शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को भी विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच गिरावट के साथ बंद हुआ। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज बढ़त के साथ खुला। हालांकि, थोड़ी ही देर बाद बाजार लाल रंग में फिसल गया।

अंत में सेंसेक्स 0.83 प्रतिशत या 662.87 अंक की गिरावट लेकर 79,402.29 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (निफ़्टी-50) भी 0.90 फीसदी या 218.60 अंक की बड़ी गिरावट के साथ 24,180.80 अंक पर बंद हुआ।

टॉप लूजर्स एंड गेनर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) का शेयर सबसे ज्यादा 18.56 प्रतिशत लुढ़क कर बंद हुआ। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, एलऐंडटी, एनटीपीस, अदाणी पोर्ट, टाटा स्टील, मारुति, टाइटन, बजाज फाइनेंस, एसबीआई और टाटा मोटर्स के शेयर प्रमुख रूप से गिरावट में रहे। दूसरी तरफ, बाजार में गिरावट के बावजूद आईटीसी का शेयर 2.17 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। साथ ही एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सनफार्मा, कोटक बैंक, एचसीएल टेक, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक और नेस्ले इंडिया के शेयर हरे निशान में बंद हुए।

पिछले एक माह में 5,767 अंक गिरा सेंसेक्स
पिछले के महीने में बीएसई सेंसेक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। 25 सितंबर, 2024 को सेंसेक्स 85,169.87 अंक के स्तर पर था और आज यह 79,402.29 पर बंद हुआ। तब से अब तक सेंसेक्स 6.77% गिर चुका है। वहीं, पिछले एक सप्ताह में सेंसेक्स 1,626.89 अंक गिरा है। पिछले पांच ट्रेडिंग सेशन में बीएसई सेंसेक्स 2.01 प्रतिशत गिर चुका है।

बाजार में गिरावट की वजह
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च प्रमुख संतोष मीना ने कहा, ”भारतीय बाजारों में तेज गिरावट का मुख्य कारण विदेशी निवेशकों बिक्री है। इसके अलावा भारतीय कंपनियों, विशेष रूप से कंज्यूमर से जुड़े क्षेत्रों और फाइनेंशियल कंपनियों के निराशाजनक तिमाही नतीजों से भी बाजार नीचे आया है।

मास्टर कैपिटल सर्विसेज में रिसर्च और सलाहकार विष्णु कांत उपाध्याय (एवीपी) ने बताया कि बाजार में यह बिकवाली मुख्य रूप से निराशाजनक तिमाही नतीजे, विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार बिकवाली और दोनों सूचकांकों में प्रमुख 100-दिवसीय एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज के उल्लंघन के चलते आई है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले देखी गई 100-दिवसीय ईएमए से नीचे की गिरावट ने बिकवाली को तेज कर दिया, जिससे शॉर्ट टर्म निवेशकों को अपनी पॉजिशन से बाहर निकलना पड़ा।