Invest: निवेशकों की बल्ले-बल्ले; रिलायंस देगी 1 पर 1 शेयर फ्री, बोर्ड ने दी मंजूरी

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मुंबई। Reliance Bonus Shares: भारत की सबसे ज्यादा मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनी रिलायंस के बोर्ड ने आज 1:1 बोनस शेयर पर मंजूरी दे गी है। कंपनी ने शेयर बाजार को जानकारी देते हुए बताया कि उसके बोर्ड ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने को मंजूरी दे दी है। इसका मतलब यह है कि जिन निवेशकों ने कंपनी के शेयरों में निवेश किया है, उनके हर एक शेयर पर एक शेयर फ्री में यानी बोनस के तौर पर मिलेगा।

शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये प्रति शेयर निर्धारित की गई है। यानी मौजूदा प्रत्येक एक शेयर पर 10 रुपये फेस वैल्यू का नया इक्विटी शेयर जारी किया जाएगा। कंपनी ने अभी रिकॉर्ड डेट का (Reliance Bonus Share Record Date) जारी नहीं किए हैं। एक्सचेंजों को दी जानकारी में उसने कहा है कि उसके लिए वह अलग से जानकारी देगी।

आज रिलायंस के बोर्ड ने भले ही बोनस शेयर को मंजूरी दे दी हो, लेकिन अंतिम फैसला अभी आना बाकी है। आज बोर्ड ने बैठक में शेयरहोल्डर्स से बोनस देने के लिए अंतिम मंजूरी की अपील की।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के बोर्ड ने आज एक शेयर बदले एक बोनस शेयर जारी करने को मंजूरी दे दी। यानी कंपनी जब बोनस जारी कर देगी तो उसके बाद निवेशकों का शेयर दोगुना हो जाएगा। यह सात साल में पहला मौका है जब कंपनी बोनस शेयर देगी। रिलायंस ने इससे पहले सितंबर, 2017 में 1:1 बोनस शेयर जारी किये थे। उससे पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2009 में 1:1 बोनस शेयर जारी किए थे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) ने कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी (authorised share capital) को 15,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 50,000 करोड़ रुपये करने के लिए मंजूरी दे दी है। बोर्ड ने अब कंपनी के शेयरधारकों से मंजूरी मांगी है।

अधिकृत शेयर पूंजी वह पूंजी है जिसके तहत कंपनी एक निश्चित रकम तक ही बोनस जारी कर सकती है। उदाहरण के तौर पर समझें तो जैसे रिलायंस की अधिकृत शेयर पूंजी अगर 50,000 करोड़ रुपये हो जाती है तो रिलायंस जब भी बोनस जारी करेगी तो वह उतने ही शेयरों का बोनस जारी करेगी, जो इस रकम से ज्यादा न हों।

रिलायंस के बोनस शेयर जारी होने के बाद शेयरों की संख्या तो दोगुनी हो जाएगी। क्योंकि, 1 शेयर पर 1 शेयर का बोनस मिल रहा है। मगर ऐसा नहीं होता कि आपके निवेश की रकम भी दोगुनी हो जाए। आपका निवेश उतना ही रहेगा, जो पहले था। जो भी फेरबदल होगा, वह शेयरों के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करेगा।

उदाहरण के तौर पर ऐसे समझें कि अगर रिलायंस का एक शेयर 100 रुपये का है और कंपनी ने बोनस जारी कर दिया तो आपके शेयर का प्राइस भी दोगुना हो जाएगा या आधा हो जाएगा। बस शेयर की संख्या बढ़ेगी। अगर 100 रुपये में आपके पास एक शेयर है तो बोनस के बाद 100 रुपये में दो शेयर हो जाएंगे। इन शेयरों का बोनस उन्हीं को मिलेगा, जिनका रिलायंस में शेयर रिकॉर्ड डेट के दिन मौजूद है।

बोनस शेयर से फायदा ये होता है कि जब शेयरों की संख्या ज्यादा हो जाएगी और शेयरहोल्डर्स उतने ही रहेंगे, जितने पहले थे तो सप्लाई यानी शेयरों की संख्या तो बढ़ गई मगर निवेशक यानी डिमांड उतनी ही रही। फिर शेयरों की कीमत गिरेगी। कम पैसे में शेयर हो जाने से ज्यादा से ज्यादा निवेशक कंपनी में निवेश करेंगे। फिर डिमांड बढ़ेगी और शेयरों की कीमत में तेजी आना शुरू हो जाएगी।

AGM में मुकेश अंबानी ने किया था ऐलान
मुकेश अंबानी ने रिलायंस की 47वीं सालाना आम बैठक (Reliance 47th AGM) में अपना संबोधन शुरू करने से पहले शेयरधारकों को बताया था कि 5 सितंबर को कंपनी के बोर्ड की बैठक होगी, जिसमें एक शेयर पर एक बोनस शेयर (1:1 अनुपात) जारी करने पर विचार किया जाएगा। अंबानी ने कहा कि उनका प्रयास निकट भविष्य में रिलायंस को दुनिया की टॉप-30 कंपनियों में शामिल करना है। वर्तमान में रिलायंस दुनिया की शीर्ष 50 सबसे मूल्यवान कंपनियों की जमात में शुमार है।