भारतीय बैंक विश्व के चुनिंदा मजबूत बैंकों में शामिल: प्रधानमंत्री मोदी

0
13

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से बोलते हुए देश की अर्थव्यवस्था से जुड़े कईअहम संदेश दिए। अपने भाषण में जहां उन्होंने वैश्विक स्तर पर भारत की उपलब्धियों की चर्चा की, वहीं कृषि क्षेत्र में बदलाव को भी समय की जरूरत बताया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि कई वैश्विक कंपनियां भारत में निवेश करना चाहती हैं। पीएम ने राज्य सरकारों से उन्हें आकर्षित करने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करने को कहा। 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल में वे जिन लोगों से मिले, उनमें से अधिकांश भारत में निवेश करना चाहते थे।

उन्होंने कहा, “भारत के पास वैश्विक विनिर्माण का केंद्र बनाने का यह एक सुनहरा अवसर है।” पीएम ने राज्य सरकारों से निवेश आकर्षित करने के लिए नीतियां बनाने का आह्वान किया, साथ ही सुशासन और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश को “डिजाइन इन इंडिया” और “डिजाइन फॉर द वर्ल्ड” पर काम करने की जरूरत है। लाल किले से अपने 11वें स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारतीय पेशेवरों को उभरते वैश्विक गेमिंग उद्योग का नेतृत्व करना चाहिए।

पीएम ने कहा कि गेमिंग उद्योग भारत के अर्थतंत्र (अर्थव्यवस्था) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि “एक जिला, एक उत्पाद” के साथ, प्रत्येक जिला अब अपने उत्पादन पर गर्व करता है।” एक विशेष उत्पाद में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए अपनी अनूठी ताकत की पहचान करने की कोशिश करता है, इसका उद्देश्य निर्यात को बढ़ावा देना है। मोदी ने कहा कि देश ऊर्जा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर’ बनने और जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में भी अथक प्रयास कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि उनकी सरकार की ओर से किए गए बड़े सुधारों की वजह से भारतीय बैंक वैश्विक स्तर पर मजबूत बैंकों में गिने जाते हैं। ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक मजबूत बैंकिंग प्रणाली औपचारिक अर्थव्यवस्था को ताकत देती है। उन्होंने कहा कि पहले बैंकिंग क्षेत्र कठिन दौर से गुजर रहा था, लेकिन इस क्षेत्र में बदलाव आया है।

पीएम ने कहा, “जरा सोचिए हमारे बैंकिंग क्षेत्र की क्या हालत थी। कोई विकास नहीं था, कोई विस्तार नहीं था और (बैंकिंग प्रणाली में) कोई विश्वास नहीं था। हमारे बैंक कठिन दौर से गुजर रहे थे…हमने बैंकिंग क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए बड़े सुधार किए। आज, देश में हुए सुधारों की वजह से, हमारे बैंक वैश्विक स्तर पर कुछ मजबूत बैंकों में गिने जाते हैं।” प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि मध्यम वर्ग, किसानों, घर खरीदारों, स्टार्टअप और एमएसएमई क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक मजबूत बैंकिंग प्रणाली महत्वपूर्ण है।

कृषि क्षेत्र में बदलाव की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कृषि क्षेत्र में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि सरकार किसानों का जीवन बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास कर रही है। 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से मिट्टी की सेहत में आ रही गिरावट पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम शुरू किए हैं और ऐसी कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए बजट आवंटन भी बढ़ाया गया है।

पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि भारत दुनिया का जैविक खाद्यान्न भंडार बन सकता है। उन्होंने कहा, “हमारी कृषि प्रणाली में बदलाव लाना बहुत जरूरी है। यह समय की मांग है।” मोदी ने कहा कि उनकी सरकार किसानों को आधुनिक पद्धतियां अपनाने के लिए हरसंभव मदद मुहैया करा रही है। उन्होंने ड्रोन खरीदने के लिए आसान ऋण को ऐसा ही एक उपाय बताया।