लंदन/नई दिल्ली। भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की ब्रिटेन में मौजूद प्रॉपर्टी वहां की एक अदालत ने फ्रीज कर दी है। उसके खर्च की लिमिट भी तय की गई है। अब हर हफ्ते माल्या 6,700 डॉलर (करीब 4.35 लाख रुपए) ही खर्च कर सकेगा। लंदन की कोर्ट ने भारतीय अदालत के फैसले को मानते हुए यह ऑर्डर दिया है। बैंकों के मुताबिक, माल्या ब्रिटेन में कम से कम तीन प्रॉपर्टीज, कारों और अन्य कीमती चीजों का मालिक है।
माल्या के एक्स्ट्राडीशन (प्रत्यर्पण) केस की सुनवाई भी लंदन वेस्टमिंस्टर कोर्ट में चल रही है। बता दें कि माल्या पर 17 बैंकों के 9,432 करोड़ रुपए बकाया हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह पिछले साल 2 मार्च को देश छोड़कर भाग गया था। भारत ने ब्रिटेन से उसके एक्स्ट्राडीशन की रिक्वेस्ट की थी।
क्या है ब्रिटेन में माल्या का पता?
ब्रिटेन में माल्या पता हेर्टफोर्डशायर, इंग्लैंड है। 2015 में यह प्रॉपर्टी लेडीवॉक एलएलपी नाम की कंपनी ने करीब 75 करोड़ रुपए में खरीदी थी। इसी कंपनी ने यहीं पास में 13 करोड़ रुपए में एक लॉज भी खरीद रखा है। इन दोनों प्रॉपर्टीज में माल्या का दखल है।
इसके अलावा, माना जाता है कि माल्या से जुड़ी एक और कंपनी ने सेंट्रल लंदन में 2005 में 55 लाख पाउंड (करीब 47.85 करोड़ रुपए) में एक प्रॉपर्टी खरीदी थी। माल्या के पास दो याट भी हैं जो बिकाऊ हैं। इनमें से फोर्स इंडिया की कीमत 107 करोड़ रुपए और जिपो की कीमत 2.50 करोड़ रुपए है।
लंदन कोर्ट ने सुनवाई की तारीखें तय की
वेस्टमिंस्टर कोर्ट में उसके प्रत्यर्पण केस की सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने 4, 5, 6, 7, 11, 12, 13 और 14 दिसंबर को इस मामले की सुनवाई तय की थी। डिफेंस टाइम टेबल के मुताबिक, 24 दिसंबर को फैसला सुनाया जाएगा।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, लिखित में क्लोजिंग आर्ग्यूमेंट सबमिट करने के दोनों पक्षों के बिजी शेडयूल पर जज ने सलाह दी कि नए साल में ओरल क्लोजिंग सबमिशन को खत्म करने के बजाय जनवरी में आधे दिन की सुनवाई रखी जा सकती है।
बैंकों का माल्या पर कितना बकाया? (करोड़ रुपए में)
एसबीआई 1600
पीएनबी 800
आईडीबीआई 800
बैंक ऑफ इंडिया 650
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया 430
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 410
यूको बैंक 320
कॉर्पोरेशन बैंक 310
स्टेट बैंक ऑफ मैसूर 150
इंडियन ओवरसीज बैंक 140
फेडरल बैंक 90
पंजाब एंड सिंध बैंक 60
एक्सिस बैंक 50
अब तक दो बार अरेस्ट हुआ माल्या
पहली बार – लंदन एडमिनिस्ट्रेशन ने माल्या को रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर पहली बार 18 अप्रैल को अरेस्ट किया था, लेकिन 3 घंटे में जमानत मिल गई थी।
दूसरी बार – फिर 3 अक्टूबर को मनी लॉन्ड्रिंग के दूसरे केस में माल्या को अरेस्ट किया गया था। इस बार भी आधे घंटे में ही बेल मिल गई। बता दें कि भारत ने इस साल 8 फरवरी को ब्रिटेन से उसके एक्स्ट्राडीशन (प्रत्यर्पण) की रिक्वेस्ट की थी।
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इसके बाद मार्च में ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे ने लंदन में अरुण जेटली से प्रोटोकॉल तोड़कर मुलाकात की थी। इस मुलाकात में माल्या को भारत को सौंपने पर चर्चा हुई थी। मार्च में ही यूके ने भारत को बताया था कि उसकी रिक्वेस्ट को फॉरेन मिनिस्ट्री ने सर्टिफाई कर दिया है।
माल्या पर कितना कर्ज?
31 जनवरी 2014 तक किंगफिशर एयरलाइन्स पर बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए बकाया था। इस कर्ज पर इंटरेस्ट के बाद माल्या की टोटल लायबिलिटी 9,432 करोड़ रुपए हो चुकी है। सीबीआई ने 1000 से भी ज्यादा पेज की चार्जशीट में कहा कि किंगफिशर एयरलाइन्स ने IDBI की तरफ से मिले 900 करोड़ रुपए के लोन में से 254 करोड़ रुपए का निजी इस्तेमाल किया।
किंगफिशर एयरलाइन्स अक्टूबर 2012 में बंद हो गई थी। दिसंबर 2014 में इसका फ्लाइंग परमिट भी कैंसल कर दिया गया। डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल ने माल्या और उनकी कंपनियों UBHL, किंगफिशर फिनवेस्ट और किंगफिशर एयरलाइन्स से 11.5% प्रति साल की ब्याज दर से वसूली की प्रॉसेस शुरू करने की इजाजत दी थी।