कोटा में पुलिस अधिकारी तो अब मीडियाकर्मियों को चेतावनी देने की मुद्रा में आ गए हैं और खासतौर से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कर्मियों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि यदि कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र की एक बहुमंजिला इमारत की नवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाली छात्रा के टीवी चैनलों पर दिखाये जा रहे वीड़ियो को देख कर या उससे प्रेरणा लेकर किसी और विद्यार्थी ने आत्महत्या का प्रयास किया तो मीडियाकर्मी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज हो सकता है।
-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। Coaching student suicide case: राजस्थान की कोचिंग सिटी कहे जाने वाले कोटा में बुधवार को नीट की परीक्षा का परिणाम आने के बाद एक और कोचिंग छात्रा के आत्महत्या करने पर स्थानीय प्रशासन एक बार फिर से सचेत हुआ है।
अधिकारी गुरूवार को आनन-फ़ानन में कोटा शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित हॉस्टलों एवं कोचिंग संस्थानों में पहुंच गए और वहां जाकर न केवल कोचिंग छात्रों से संवाद किया बल्कि हॉस्टलों में उपलब्ध सुविधाओं को जांचा-परखा।
इसके पहले गुरूवार को दोपहर में एक बयान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कर्मियों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि यदि कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र की एक बहुमंजिला इमारत की नवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाली छात्रा के टीवी चैनलों पर दिखाये जा रहे वीड़ियो को देख कर या उससे प्रेरणा लेकर किसी और विद्यार्थी ने आत्महत्या का प्रयास किया तो मीडियाकर्मी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज हो सकता है।
कोटा में पिछले करीब तीन साल से रहकर नीट की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही मध्य प्रदेश के रीवा जिले की कोचिंग छात्रा बगिशा तिवारी (18) ने मंगलवार को जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एक बहुमंजिला इमारत के नवें माले पर अपनी मां और भाई के साथ रहकर नीट की तैयारी कर रही थी।
दो दिन पहले ही 4 जून को नीट का परिणाम आया था लेकिन उसमें उसे सफ़लता नहीं मिली थी जिसके बाद बुधवार को उसकी सेलफ़ोन पर मप्र के सार्वजनिक निर्माण विभाग में इंजीनियर पिता विनोद तिवारी से बात हुई थी तो पिता ने चिंता नहीं करने की बात कहकर उसका यह कहते हुए हौसला बढ़ाया कि किसी प्राइवेट कॉलेज में दाखिला करवा देंगे।
कोचिंग छात्रा बगिशा तिवारी ने बुधवार तीसरे पहर उस बहुमंजिला इमारत की नवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली जिसमें वह रहती थी। नीचे गिरने के तत्काल बाद छात्रा को एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। वहां से उसे एम बी एस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया जहां गुरूवार को उसके पिता के आने के बाद पोस्टमार्टम के उपरांत शव को उसके परिवारजनों को सौंप दिया गया।
अब इस घटना के बाद हालांकि यह दावा किया गया है कि कोचिंग विद्यार्थियों को सम्बलन देने एवं उनका मनोबल बढाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने पेरेटिंग के प्रयास विभिन्न माध्यमों से किए जा रहे हैं। इसी श्रंखला में विभिन्न विभागों से जुडे अधिकारी हॉस्टलों एवं कोचिंग संस्थानों में जाकर विद्यार्थियों के साथ संवाद कर रहे हैं। गविभिन्न अधिकारी गुरूवार को विद्यार्थियों से रूबरू हुए।
अधिकारियों ने विद्यार्थियों के साथ,खाली समय या भोजन के दौरान उनके बीच पहुंच कर संवाद किया और उनकी दैनिक चर्या, पढाई, सुविधाओं इत्यादि के बारे में बातचीत की। विद्यार्थियों को तनाव रहित रहते हुए अध्ययन करने के टिप्स दिए गए। उन्हें बताया गया कि किस तरह छोटे-छोटे लक्ष्य तय करते हुए आगे बढें। कॅरियर के नए विकल्पों को खुला रखने के लिए प्रेरित किया गया।
इस दौरान हॉस्टल्स में सुविधाओं, एंटी हैंगिंग डिवाइस की उपलब्धता, भोजन की गुणवत्ता आदि का भी निरीक्षण किया गया। जिला रसद अधिकारी पुष्पा हरवानी,उपायुक्त नगर निगम जवाहर जैन, उप निदेशक महिला बाल विकास गजेन्द्र सिंह, कुल सचिव तकनीकी विश्वविद्यालय दीप्ति मीणा, डीआईजी पंजीयन एवं मुद्रांक कमल कुमार सहित विभिन्न अधिकारियों ने विद्यार्थियों के साथ संवाद किया एवं कोचिंग व हॉस्टल का निरीक्षण किया।