Loksabha Election: बिरला ने नहीं रोका कोटा कोचिंग को नुकसान पहुंचाने वाला कानून बनने से

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-कृष्ण बलदेव हाडा –
कोटा।
Lok Sabha Election 2024: कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने इस बात पर आश्चर्य प्रकट किया कि लोकसभा अध्यक्ष रहते भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ओम बिरला ने केन्द्र सरकार के कानून में संशोधन कर 16 साल के बच्चों को कोचिंग में पढ़ाने पर रोक लगाने का कानून पारित होने दिया जिससे कोचिंग उधोग को नुकसान पहुंचने की आशंका है।

गुंजल ने कहा कि बिरला उस कोटा का ही लोकसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं जिसकी अर्थव्यवस्था कोचिंग उधोग पर ही टिकी है। कोचिंग में सुधार होना चाहिए, यह हम भी मानते हैं लेकिन कोटा में कोचिंग संस्थान ही एक मात्र आजीविका का आधार है। कोटा में लाखों लोगों की आजीविका कोचिंग के भरोसे है, जिनमें हॉस्टल संचालक से लेकर, कर्मचारी, कोचिंग व हॉस्टल क्षेत्र में छोटे-बड़े व्यवसाय करने वाले व्यापारी आदि हैं, जिनकी संख्या लाखों में है।

ऐसे में बिरला जी के लोकसभा अध्यक्ष रहते यह बिल पारित हुआ है, तो उन्हें इस बिल को लेकर कोटा की जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह बिल सही है या गलत है क्योंकि इससे पूरे कोटा शहर की आर्थिक स्थिति प्रभावित होने वाली है। कोचिंग के अलावा यहां कोई बड़ा उद्योग नहीं है, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके।

गुंजल ने कहा कि कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र की जनता भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला के 10 वर्षों के कार्यकाल को लेकर काफी निराश और हताश है। जब बिरला पहली बार लोकसभा अध्यक्ष बने तो कोटा दक्षिण के उपचुनाव में जनता से आह्रान किया कि मेरे सांसद बनने से ये सीट खाली हो चुकी है, इसलिए संदीप शर्मा को अपना आर्शीवाद दें, मैं कोटा में अंतराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट लेकर आउंगा, सरकार नहीं लाई तो बिरला एयरलाईंस उड़ा देंगे, अगर मेरे ये दोनों वादे पूरे नहीं हुए तो 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा।

फिर बाद में 2019 में भी चुनाव लड़ लिये और 2024 में भी चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब कोटा-बूंदी की जनता बिरला की नौटंकी और झूठे वादों का समझ चुकी है। और अब इनको हराने के लिए काफी उत्सुक है क्योंकि ओम बिरला ने कोटा-बूंदी की जनता के लिए कुछ नहीं किया, आज इनके पास उपलब्धियां गिनाने के नाम पर कुछ नहीं है। वो कह रहे हैं कि ये चुनाव मेरा नहीं है, वो इसे मोदी का चुनाव बताकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन जनता इस बार उन्हें माफ करने वाली नहीं है। इस बार कोटा-बूंदी की जनता उन्हें दिल्ली के बजाय शक्तिनगर बिठाने वाली है।

गुंजल ने आरोप लगाया कि कोटा और बूंदी में लोगों को डराया धमकाया जा रहा है। सत्ता का दुरूपयोग हो रहा है। नान्ता में एक ब्राह्मण युवक ने मोबाइल पर एक पोस्ट कर देने पर एक महीने से वो जेल में बंद है, वहीं दादाबाड़ी में भी एक ब्राह्मण समाज के युवक ने एक पोस्ट शेयर कर दी तो उसे थाने में बिठा दिया।

जब वहां हमारे कार्यकर्ता पहुंचे तो पता चला कि 16 लोगों को पोस्ट शेयर करने के आरोप में बैठाया हुआ है। इससे स्पष्ट है कि लोगों को डराया और धमकाया जा रहा है। इसका जवाब कोटा की जनता चुनाव में जरूर देगी। उनके साथ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती राखी गौतम, वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवकांत नन्दवाना, डॉ. जफर मोहम्मद, पूर्व विधायक पूनम गोयल समेत अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे।