मल्लिकार्जुन खरगे पीएम फेस नहीं, राहुल गांधी के नाम पर लगाई कांग्रेस ने मुहर

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में मल्लिकार्जुन खरगे को पीएम फेस के तौर पर पेश करने का प्रस्ताव INDIA गठबंधन की दिल्ली में हुई मीटिंग में रखा गया था। ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने यह प्रस्ताव रखा था तो लगभग सभी की इस पर सहमति थी।

वहीं यह चर्चा भी चली थी कि यह कांग्रेस के लिए गुगली की तरह है, जो गांधी परिवार से ऊपर किसी अन्य को नेता नहीं मानती। अब कुछ ही दिनों बाद कांग्रेस में अलग सुर दिखने लगे हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राहुल गांधी को पीएम फेस घोषित करने की मांग की है।

सिद्धारमैया ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी के पास ही देश की समस्याओं का समाधान करने की क्षमता है। इसलिए राहुल गांधी को ही देश का पीएम बनना चाहिए।’ सिद्धारमैया ने गुरुवार को कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस के मौके पर बेंगलुरु में यह बात कही।

उनका यह बयान INDIA अलायंस की मीटिंग में आए प्रस्ताव के उलट है। उस बैठक में ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने खरगे का नाम रखा था। हालांकि खुद खरगे ने मीटिंग के बाद कहा था कि अभी पीएम फेस की बात नहीं करनी चाहिए। इस पर तो बाद में चर्चा होगी। उससे पहले हमें ज्यादा से ज्यादा सांसदों को जिताना होगा।

कर्नाटक के सीएम ने कहा कि देश में किसी ने भी राहुल गांधी की तरह मेहनत नहीं की है। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा जैसा मिशन लॉन्च किया था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अब भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा चरण शुरू करने का फैसला लिया है। यह न्याय यात्रा होगी क्योंकि देश में ज्यादातर लोगों को न्याय नहीं मिला है।

उन्होंने कहा कि देश में पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को न्याय देने की जरूरत है। इसलिए राहुल गांधी यात्रा पर निकलने जा रहे हैं। सिद्धारमैया ने कहा कि विपक्षी दलों को सारे मतभेद भुला देने चाहिए और कांग्रेस के नेतृत्व में 2024 का चुनाव लड़ना चाहिए।

इस दौरान उन्होंने भाजपा पर हिंदुत्व के एजेंडे को बढ़ाने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हिंदू और हिंदुत्व में अंतर है। सिद्धारमैया ने कहा, ‘हिंदुत्व और हिंदू अलग-अलग हैं। मैं हिंदू हूं। क्या हमने अपने गांवों में राम मंदिर नहीं बना रखे हैं? क्या हम भगवान राम को नहीं पूजते? उनका भजन नहीं करते?

मैं अकसर अपने गांव में भजनों में जाता हूं। क्या हम हिंदू नहीं हैं। हम भी हिंदू हैं। लेकिन भाजपा हिंदुत्व की बात करती है, जो अलग है।’ बता दें कि सिद्धारमैया ने 2019 में भी राहुल गांधी का नाम पीएम के चेहरे के तौर पर आगे बढ़ाया था।