मौसम की खराबी से ब्राजील के माटो ग्रोसो में सोयाबीन की उपज में भारी गिरावट

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सोरिसो। लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य- माटो ग्रोसो में वर्षा का भारी अभाव होने तथा मौसम अत्यन्त गर्म एवं शुष्क रहने से सोयाबीन की फसल बुरी तरह आहत हो रही है और इसकी औसत उत्पादकता दर में भारी गिरावट देखी जा रही है।

ब्राजील में सोयाबीन का सर्वाधिक उत्पादन माटो ग्रोसो प्रान्त में ही होता है लेकिन इस बार वहां इसकी पैदावार में जबरदस्त गिरावट आने की आशंका है। सोयाबीन एवं मक्का उत्पादक संघ का कहना है कि इस वर्ष सितम्बर से नवम्बर के दौरान एक तो माटो ग्रोसो में बारिश कम तथा अनियमित हुई और दूसरे, तापमान बढ़कर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।

इसके फलस्वरूप राज्य में सोयाबीन की उपज दर में 20 प्रतिशत तक की भारी गिरावट आने की संभावना है। सोयाबीन की अगैती बिजाई वाली फसल भारी गर्मी के कारण नियत समय में काफी पहले ही पक गई और इसलिए उसका उत्पादन उम्मीद से बहुत कमजोर रहा।आमतौर पर इस अगैती फसल की कटाई दिसम्बर में होती है मगर इस बार नवम्बर में ही शुरू हो गई। परिपक्वता का समय घटने से सोयाबीन के दाने का आकार छोटा रह गया।

प्रांतीय स्तर पर इस सोयाबीन की औसत उपज दर 10 से 20 बोरी प्रति हेक्टेयर या 9 से 18 बुशेल प्रति एकड़ के बीच दर्ज की गई। सोयाबीन की प्रत्येक बोरी 60 किलो की होती है। एसोसिएशन के अनुसार 2023-24 सीजन के दौरान माटो ग्रोसो प्रान्त में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 361.50 लाख टन पर सिमटने की संभावना है जो 2022-23 सीजन के उत्पादन से 91.60 लाख टन कम है।

प्रांतीय स्तर पर सोयाबीन की औसत उपज दर 49.68 बोरी प्रति हेक्टेयर रहने का अनुमान है जो 44.4 बुशेल प्रति एकड़ के समतुल्य है और 2022-23 सीजन की औसत उपज दर 62.30 बोरी प्रति हेक्टेयर (55.60 बुसेल प्रति एकड़) से काफी कम है।

ब्राजील में इस बार अल नीनो मौसम चक्र का भयंकर प्रकोप देखा जा रहा है जिसके प्रभाव से देश के उत्तरी, मध्यवर्ती एवं पूर्वोत्तर भाग में सूखे की गंभीर स्थिति देखी जा रही है जबकि दक्षिणी राज्यों में जोरदार बारिश हो रही है। अगले महीने से ब्राजील में सोयाबीन की मुख्य फसल की छिटपुट कटाई-तैयारी आरंभ होने की उम्मीद है।