नई दिल्ली। GDP growth rate: भारत की वास्तविक वैश्विक घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि दर अगले साल मामूली गिरावट के साथ 6.3 प्रतिशत रहेगी। अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैक्स (goldman sachs) ने सोमवार को एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया है।
उसने कहा कि अगला कैलेंडर साल दो हिस्सों का होगा, जिसमें आगामी आम चुनाव से पहले सरकारी खर्च वृद्धि का मुख्य चालक होगा, जबकि चुनाव के बाद यह निवेश वृद्धि में खासकर निजी क्षेत्र से फिर से तेजी लाएगा। ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि वित्त वर्ष के संदर्भ में वित्त वर्ष 2024-25 में वृद्धि दर के चालू वित्त वर्ष में अनुमानित 6.2 प्रतिशत से बढ़कर 6.5 प्रतिशत रहने की संभावना है।
गोल्डमैन सैक्स ने कहा, “इस क्षेत्र में भारत में संरचनात्मक वृद्धि की सबसे अच्छी संभावनाएं हैं। हमारा मानना है कि 2024 में जीडीपी वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत पर मजबूत रहने की संभावना है।”
रिपोर्ट में कहा गया कि देश वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों, डॉलर की लगातार मजबूती और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं जैसे संभावित बाहरी झटकों के प्रति कम ‘संवेदनशील’ है।
ब्रोकरेज ने कहा कि वृद्धि परिदृश्य को लेकर जोखिम समान रूप से संतुलित हैं, लेकिन “मुख्य घरेलू जोखिम राजनीतिक अनिश्चितता से उत्पन्न हो रहा है, क्योंकि 2024 की अप्रैल-जून तिमाही में आम चुनाव होने वाले हैं।”
पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के साथ चुनावी मौसम पहले से ही चल रहा है। इसके बाद आम चुनाव का मौसम शुरू होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन चुनावों के नतीजों पर निवेशकों द्वारा आर्थिक सुधारों और/या नीति निरंतरता के दृष्टिकोण से ‘गहराई से नजर’ रखी जाएगी।
फर्म ने संभावना जताई है कि प्रमुख उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 2024 में 5.1 प्रतिशत रहेगी। हालांकि, रिजर्व बैंक का अनुमान है कि मुद्रास्फीति 4.7 प्रतिशत रहेगी। हालांकि, यह 2023 में अनुमानित 5.7 प्रतिशत की मुद्रास्फीति की दर से कम है।