खूंटी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झारखंड के खूंटी से विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के विकास के लिए 24,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने तीसरे जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर यहां एक बटन दबाकर डिजिटल रूप से राशि हस्तांतरित की।
मोदी ने आदिवासियों के गौरव के प्रतीक बिरसा मुंडा की जयंती और तीसरे ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के अवसर पर झारखंड के खूंटी जिले के बिरसा कॉलेज मैदान से ‘प्रधानमंत्री विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह’ (पीएम पीवीटीजी) मिशन की शुरुआत की जिसके दायरे में लगभग 28 लाख पीवीटीजी आएंगे।.
आधिकरिक बयान के अनुसार, मिशन के तहत पीवीटीजी क्षेत्रों में सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी, बिजली, सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण तक बेहतर पहुंच तथा टिकाऊ आजीविका के अवसर जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
श्री मोदी ने झारखंड के स्थापना दिवस पर, झारखंड में रेल, सड़क, शिक्षा, कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे कई क्षेत्रों में 7200 करोड़ रुपये राशि की कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर जनजातीय कलाकारों ने गर्मजोशी के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में हजारों उत्साही किसानों ने भाग लिया और कई अन्य किसानों ने ऑनलाइन माध्यम से इस कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा झारखंड के राज्यपाल, श्री सी. पी. राधाकृष्णन, झारखंड के मुख्यमंत्री, श्री हेमंत सोरेन और केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री, श्री अर्जुन मुंडा उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए, उलिहातू गांव और रांची में स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय की अपनी यात्रा के बारे में बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और श्रद्धेय क्रांतिकारी भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री नरेन्द्र मोदी ने झारखंड के स्थापना दिवस के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं भी दीं और इसके गठन में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि झारखंड राज्य में अब 100 प्रतिशत विद्युतीकृत रेल मार्ग मौजूद हैं।
श्री मोदी ने विकसित भारत के लिए चार स्तंभों: महिला शक्ति, कृषि शक्ति, युवा शक्ति और गरीबों और मध्यम वर्ग की शक्ति का समर्थन करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने लाखों लोगों को गरीबी से ऊपर उठाने और स्वच्छता, तरल पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) कनेक्शन और स्वास्थ्य देखभाल जैसी आवश्यक सेवाओं में सुधार के सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री मोदी ने भविष्य के लिए अपना दृष्टिकोण भी साझा किया जहां हर गरीब व्यक्ति की सरकारी योजनाओं के माध्यम से आवश्यक सेवाओं और लाभों तक पहुंच सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि अटल जी की सरकार ने अपने बजट से जनजातीय समुदायों के लिए अलग मंत्रालय बनाया, जिसे का बजट अब 6 गुना बढ़ा दिया गया है।
श्री मोदी ने कहा कि पीएम जनमन योजना के अंतर्गत, सरकार का लक्ष्य प्राचीन जनजातियों तक पहुंचना है, जिनमें से कई अभी भी जंगलों में रहते हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि ऐसे 75 जनजातीय समुदायों और प्राचीन जनजातियों की पहचान की गई है, जिनकी कुल संख्या लाखों में है और वे 22 हजार से अधिक गांवों में रहते हैं। उन्होंने केवल संख्याओं को जोड़ने से लेकर जीवन को जोड़ने की ओर बदलाव पर बल दिया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार इस व्यापक अभियान में 24,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।