वन विभाग में अच्छे अधिकारी हों तो वनों को बचाना, संवर्धन करना आसान है: भरत सिंह

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लव कुश वाटिका पर्यावरण शिक्षा का केंद्र भी बनेगी

कोटा। हाडोती नेचुरल लिस्ट समिति के अध्यक्ष विधायक भरत सिंह ने कहा है कि वन विभाग में अच्छे अधिकारियों का होना बहुत आवश्यक है। अधिकारी ईमानदारी और निष्ठा से काम करें, तो वनों को बचाना और संवर्धन करना आसान हो जाता है। भरत सिंह गत दिवस लव कुश वाटिका स्मृति वन में उपवन संरक्षक जयराम पांडे की सेवानिवृत्ति पर आयोजित एक सम्मान समारोह में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि वनों को बचाने में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है यदि अधिकारी की मंशा वनों को बचाने की है तो यह काम आसान हो जाता है। यह लव कुश वाटिका कहीं अन्यत्र बनाई जाने वाली थी जिसे हम लोगों ने आग्रह करके स्मृति वन में बनवाया और अधिकारियों ने अपनी मेहनत से इसे अंजाम दिया।

समाज के लोग ऐसे अधिकारियों को सम्मानित करते हैं यह एक अच्छी परंपरा है। जयराम पांडे ने अनंतपुरा स्मृति वन में लव कुश वाटिका को कम समय में विकसित कर एवं इसे पर्यावरण शिक्षा का केंद्र बनाकर अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया है। इससे आने वाले समय में नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।

स्मृति वन सलाहकार समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष बृजेश विजयवर्गीय ने कहा कि वनों को बचाने में अच्छे अधिकारियों को सम्मानित किया जाना ही चाहिए। स्मृति वन और लव कुश वाटिका भविष्य में पर्यावरण शिक्षा का भी केंद्र बनेंगे यहां पर वन्यजीवों के चित्र ही नहीं वरन् जीवंत रूप में भी देखने को मिल रहे हैं।

वन एवं वन्य जीव प्रेमी हमेशा अच्छे अधिकारी के साथ सहयोग कर स्वयं को गौरवान्वित समझते हैं। उन्होंने कहा कि जन भागीदारी के अभाव में वनों को बचाना संभव है वन विभाग को चाहिए कि जिन भागीदारी को सुनिश्चित किया जाए।

चंबल संसद के अध्यक्ष केबी नंदवाना ने पांडे की कार्य कुशलता को सराहनीय बताते हुए वनों को बचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कोटा सिटीजन काउंसिल के अध्यक्ष एवं एल सी बाहेती ने कहा कि प्राणियों के अस्तित्व के लिए वनों को बचाना बहुत आवश्यक है स्थानीय नागरिकों एवं वन विभाग के अधिकारियों की मेहनत से लव कुश वाटिका और स्मृति वन तैयार हुआ है। अब नागरिकों की नैतिक जिम्मेदारी है कि वनों को बचाने और वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों को पूर्णतया सहयोग प्रदान किया जाए।

चम्बल संसद के मुख्य ट्रस्टी जीडी पटेल ने पांडे की सेवाओं की सराहना की। एलके दाधीच वाटिका की संरक्षक श्रीमती गीता दाधीच ने स्मृति वन से संबंधित समस्याओं की चर्चा की और उम्मीद जताई कि आने वाले समय में अधिकारीगण स्मृति वन की समस्याओं का समाधान करेंगे। जनता की आवाज फाउंडेशन के राष्ट्रीय समन्वयक शंकर आसकंदानी ने देश का नाम भारत रखने का बेस लगाकर भरत सिंह को सम्मानित किया।

पूर्व मानद वन्य जीव प्रतिपालक विट्ठल कुमार सनाढ्य ने एक कहा कि राजस्थान सरकार ने लव कुश वाटिकाओं के निर्माण के लिए नीतिगत निर्णय लिया जिससे वनों को लाभ होगा और आने वाली पीढ़ी को भी प्रेरणा मिलेगी।

इस अवसर पर सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता आर जैमिनी, उप वन संरक्षक तरुण मेहरा, इंटेक के कन्वीनर निखिलेश सेठी, हाडोती नेचुरलिस्ट समिति के सचिव सुनील सिंघल, बाढ़ सुखाड़ विश्व जन आयोग के यज्ञदत्त हाड़ा, पूर्व सहायक वन संरक्षक जय सिंह, संस्था के डॉक्टर कृष्णेंद्र सिंह, जल बिरादरी, कोटा एनवायरनमेंटल सेनीटेशन सोसायटी एवं बाघ चीता मित्र से जुड़े कोचिंग फैकल्टी पुष्पेश भारद्वाज, मुकेश सुमन, तरुण भारत संघ की प्रीति विजयवर्गीय, वन रक्षक नीतू मालव वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने जयराम पांडे को भावभीनी विदाई दी।