Rajapicon 2023: देशभर के 90 विशेषज्ञ और 800 फिजिशियन्स जुटे कोटा में

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फिजिशियन्स के समर्पण, सेवा और निष्ठा ने भारत का मान विश्व में बढ़ाया: बिरला

कोटा। Rajapicon 2023: देशभर के 90 जाने माने विशेषज्ञ और राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के आठ सौ फिजिशियन्स के साथ कोटा में आयोजित दो दिवसीय राजएपिकॉन व पहले सेंट्रल जोन एपिकॉन का शुभारंभ मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दीप प्रज्जवलन कर किया।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने पिता की स्मृति में अनुसंधान के लिए “एपीआई अवार्ड” देने की बात कही जिसकी घोषणा आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक डॉ. केके पारीक ने की।

उदघाटन सत्र के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि भारत के फिजिशियन्स के समर्पण, सेवा और निष्ठा ने भारत का मान विश्व में बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि ये गुण हमारे संस्कारों में है। उन्होंने मानवीय संवेदना को ध्यान में रखकर फिजिशियन्स द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की।

बिरला ने कहा कि भारत में चिकित्सा के फील्ड में अनुसंधान को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है, जिसका परिणाम यह होगा कि भारत विश्व का बड़ा अनुसंधान केंद्र बनकर सबके सामने होगा। उन्होंने फिजिशियन्स काे आव्हान किया कि वो अनुसंधान के बारे में अपनी राय दें। उन्होंने सभी अतिथियों से साथ मिलकर डॉ. एसके गोयल के मार्गदर्शन में तैयार कॉन्फ्रेंस की स्मारिका का विमोचन भी किया।

आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक डॉ के के पारीक ने अपने पत्रवाचन में सुझाव दिया गया कि इस बात की जरूरत है कि डॉक्टर के पास आने वाले हर मरीज की सम्पूर्ण स्वास्थ्य जांच करके इलाज किया जाए।

लकवा रोग के बाद पुर्नवास पर डॉ. विजय सरदाना ने, सर्पदंश पर डॉ. आरके सुमन, वृद्धावस्था में इलाज के दौरान तकनीकी का उपयोग, डॉ आरएम छाबड़ा ने चिकित्सकों के खिलाफ होने वाली हिंसा के रोकथाम पर, फैटी लिवर के बारे में डॉ. कमलेश तिवारी ने, डॉ. मुनीश प्रभाकर ने एयर एम्बुलेंस के विस्तार पर, डॉ अमित सराफ ने अंतरिक्ष पर्यटन के लिए मेडिकल फिटनेस की चर्चा की।

एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. गिरीश माथुर ने बुजुर्गों को दी जाने वाली दवाइयों पर कहा कि मरीज से लगातार संवाद, दवाइयों के असर का लगातार मूल्यांकन,”एडवर्स ड्रग रिएक्शन” का अध्ययन और उसके अनुरूप दवाइयों का चयन हमारे मापदंड होने चाहिए।

विशिष्ट अतिथि राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज जयपुर के वाइस चांसलर डॉ. सुधीर भंडारी ने कहा कि फिजिशियन्स के कारण राजस्थान में कोविड मैनेजमेंट देशभर में सबसे उत्तम रहा। एपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष (इलेक्ट) डॉ. मिलिंद वाई नाडकर व राष्ट्रीय सचिव डॉ. अगम वोरा ने भी अपने विचार रखे।

इनका हुआ सम्मान
प्रारंभ में स्वागत भाषण देते हुए आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक डॉ के के पारीक ने बताया कि देश भर के 90 विषय विशेषज्ञ और राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के 800 फिजिशियन्स भाग ले रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ गिरीश माथुर ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में पूर्व वाईस चांसलर बीकानेर के डॉ. राजाबाबू पंवार को डॉ. एसके गोयल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। कॉन्फ्रेंस में विशेष योगदान के लिए राजस्थान के 22 वरिष्ठ फिजिशियन्स को भी सम्मानित किया गया।

210 व्याख्यान व प्रेजेंटेशन शामिल
साइंटिफिक समिति के चैयरमैन डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. जीडी रामचंदानी ने बताया कि एपीआई के इतिहास में यह पहला अवसर है कि इतनी बड़ी संख्या में विशेषज्ञ और 210 व्याख्यान व प्रेजेंटेशन शामिल हुए हैं। इसके अलावा एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन्स के एक अंग इंडियन कॉलेज ऑफ फिजिशियन्स के वर्तमान डीन कोलकत्ता से डॉ. ज्योतिमय पॉल सहित पांच डीन भी भाग ले रहे हैं।

अनुभवों और चुनौतियों पर चर्चा
आयोजन सचिव डॉ. मीनाक्षी शारदा ने बताया कि कॉन्फ्रेंस की मुख्य थीम “एम्पावरिंग फिजिशियन्स फ़ॉर एकेडमिक एक्सीलेंस”रखी गई थी। उन्होंने बताया कि अलग अलग सत्रों और समूहों में अनेक अनुभवों और चुनौतियों पर चर्चा हुई। एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन्स के सचिव डॉ. संजीव माहेश्वरी ने कहा कि राजस्थान के अनेक फिजिशियन्स अपने कार्य के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। संचालन डॉ. अलका माथुर और डॉ. अशोक शरदा ने किया।