नई दिल्ली। खरीफ फसलों की बोआई अब रफ्तार पकड़ने लगी है। इस सप्ताह इन फसलों के रकबा में और सुधार देखा गया। खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की बोआई अब तेजी से बढ़ने लगी है। सोयाबीन, बाजरा, मक्का के रकबा में भी इजाफा हुआ है, जबकि अरहर, मूंग, ज्वार, मूंगफली व कपास के रकबा में गिरावट दर्ज की गई है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 11 अगस्त को समाप्त सप्ताह तक 979.88 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि के 972.58 लाख हेक्टेयर से 0.75 फीसदी ज्यादा है। खरीफ सीजन की सबसे बड़ी फसल धान की बोआई 4.93 फीसदी बढ़कर 328.22 लाख हेक्टेयर हो गई। गन्ने का रकबा 1.56 फीसदी बढ़कर 56.06 लाख हेक्टेयर,जबकि कपास का रकबा करीब एक फीसदी गिरकर 121.28 लाख हेक्टेयर रह गया।
दलहन फसलों की बोआई करीब 8 फीसदी घटी
इस सप्ताह तक 113.07 लाख हेक्टेयर में दलहन फसलों की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि की बोआई 122.77 लाख हेक्टेयर से 7.90 फीसदी कम है। हालांकि इस सप्ताह इन फसलों की बोआई में आ रही गिरावट कुछ कम हुई है। पिछले सप्ताह तक 9 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई थी, जो अब घटकर 8 फीसदी के करीब आ गई है। अरहर का रकबा 5.35 फीसदी घटकर 40.27 लाख हेक्टेयर, मूंग का रकबा 7.26 फीसदी घटकर 30.03 लाख हेक्टेयर और उड़द का रकबा 13.47 फीसदी घटकर 29.55 लाख हेक्टेयर रहा।
तिलहन फसलों का रकबा मामूली घटा
इस सप्ताह तिलहन फसलों की बोआई में सुस्ती देखी गई। जिससे इन फसलों के रकबा में मामूली गिरावट आई। 11 अगस्त तक 183.33 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलों की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि की 184.61 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से मामूली 0.69 फीसदी कम है, जबकि पिछले सप्ताह तक इन फसलों की बोआई 2 फीसदी से ज्यादा बढ़ी थी।
खरीफ सीजन की प्रमुख तिलहन फसल सोयाबीन का रकबा करीब एक फीसदी बढ़कर 123.65 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया। खरीफ सीजन की दूसरी प्रमुख तिलहन फसल मूंगफली का रकबा 2.64 फीसदी घटकर 42.10 लाख हेक्टेयर रह गया। तिल का रकबा 5.55 फीसदी गिरावट के साथ 11.29 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया। अरंडी का रकबा 13.42 फीसदी बढ़कर 5.34 लाख हेक्टेयर हो गया।
मोटे अनाजों की बोआई में 2 फीसदी इजाफा
चालू खरीफ सीजन में अब तक 171.36 लाख हेक्टेयर में मोटे अनाज की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि में 167.73 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 2.16 फीसदी अधिक है। बाजरा का रकबा 1.15 फीसदी बढ़कर 68.81 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया। मक्का की बोआई भी 2.20 फीसदी बढ़कर 79.17 लाख हेक्टेयर और ज्वार का रकबा 5.61 फीसदी घटकर 13.29 लाख हेक्टेयर रहा। हालांकि रागी का रकबा 33.48 फीसदी बढ़कर 5.91 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया।