तलवंडी ए सेक्टर में बंदरों का आतंक, कई महिलाएं एवं बच्चों को किया जख्मी

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नागरिकों ने कलेक्टर से लगाई गुहार, क्षेत्रवासी कॉलोनी छोड़ने को मजबूर

कोटा। Terror Of Monkeys In Talwandi: तलवंडी ए सेक्टर के नागरिक बंदरों के आतंक से परेशान हैं। पिछले एक माह में बन्दरों के हमले से कई महिलाएं एवं बच्चे जख्मी हो गए हैं। परेशान नागरिक कॉलोनी छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।

इस मामले में तलवंडी सेक्टर ए के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में कलेक्टर ओम प्रकाश बुनकर से मिलकर बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग की है।

तलवंडी निवासी व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कलक्टर को बताया कि पिछले एक माह में इस क्षेत्र में बंदरों द्वारा क्षेत्र के पुरुष, महिलाओं एवं बच्चों पर जानलेवा हमला किया गया। दी एसएसआई एसोसियेशन के पूर्व अध्यक्ष सतीश लूथरा की पत्नी परमजीत को बंदर ने हमला कर घायल कर दिया। गिरने से उसके पैर की हड्डी टूट गयी।

गत चार दिन पहले ही बंदरों ने एक बच्चे पर इस कदर हमला किया जिससे उसके सिर में गहरी चोट आई है। वह अभी जयपुर के अस्पताल के आईसीयू मे भर्ती है। उन्होंने कहा कि बंदरों के आतंक से इस क्षेत्र के निवासियों पर जान का खतरा बना हुआ है।

वार्ड पार्षद सुरेंद्र कलवार ने कलेक्टर को बताया कि उन्होंने निगम प्रशासन में 10 से ज्यादा लिखित में बंदरों, सुअरों एवं कुत्तों के आतंक की शिकायत की गई। साथ ही निगम अधिकारियों से भी इसके बारे में कई बार मिल चुके, लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई।

सुंदर विहार विकास समिति तलवंडी के संरक्षक अशोक माहेश्वरी, आरएस गेरा अध्यक्ष मुरली मनोहर जैन, सचिव मनीष बंसल, उपसचिव मनोज मालू , पारस जैन नरेंद्र होतवानी, अनिल मूंदड़ा एवं पवन मूंदड़ा ने कलेक्टर को बताया कि यही हाल रहा तो उन्हें मजबूर होकर तलवंडी क्षेत्र से पलायन करना पड़ेगा।

जयपुर में हॉस्पिटल में भर्ती सिद्धार्थ जैन की माता संगीता जैन ने बताया कि बंदरों ने उनके बेटे पर हमला कर इतना जोर से गिराया कि उसके सिर में अंदरूनी चोट आई है, जिसके सिर का ऑपरेशन तक करना पड़ा।

कलेक्टर ने प्रतिनिधि मंडल की बात को गंभीरता से लेते हुए कहा कि शीघ्र ही निगम प्रशासन को निर्देश देकर आतंक फैला रहे बंदरों को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया जाएगा।