पेट्रोल पर 6.5 रुपये और डीजल पर 50 पैसे का फायदा
नई दिल्ली। सस्ता तेल खरीद कर ग्राहकों को महंगा बेचने से भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) को चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 10,664.30 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। एक साल पहले समान अवधि में कंपनी को 6,148 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
हालांकि, मार्च तिमाही की तुलना में कंपनी को 55 फीसदी ज्यादा मुनाफा हुआ है। 2022-23 में इसे सिर्फ 2,892 करोड़ का फायदा हुआ था। कंपनी ने बुधवार को बताया कि पहली तिमाही में उसका राजस्व 7% घटकर 1.28 लाख करोड़ रहा। इस दौरान उसे पेट्रोल पर 6.5 रुपये व डीजल पर 50 पैसे प्रति लीटर का लाभ हुआ है। कुल खर्च 22% घटकर 1.14 लाख करोड़ रुपये रहा।
पिछले साल अप्रैल से लेकर अब तक बीपीसीएल के साथ इंडियन ऑयल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को स्थिर रखा है। उस समय कच्चे तेल की कीमतें 139 डॉलर प्रति बैरल थीं जो अब 75 डॉलर पर आ गई हैं। कच्चे तेल की कीमतों में करीब 45 फीसदी की गिरावट के बाद भी तीनों तेल कंपनियों ने ग्राहकों को कोई राहत नहीं दिया। इससे इनकी कमाई में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है।