कोचिंग स्टूडेंट देश-विदेश में रक्तदान को लेकर करेंगे जागरूक
कोटा। Blood Festival- 2023: विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर कोटा शहर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। मां भारती जन कल्याण चेरीटेबल ट्रस्ट, टीम जीवनदाता, अपना ब्लड सेंटर व जेसीआई कोटा एलिगेंस के संयुक्त तत्वावधान में रक्तोत्सव -2023 पर कई गतिविधियां हुई।
इसके अंतर्गत निरंतर आमजन को रक्तदान भ्रांति उपादेयता विषय पर जागृत करने का सघन अभियान जारी रहा। मंगलवार को सभी के सहयोग से कोचिंग स्टूडेंट सहित आमजन को जागरूक किया गया और 19 युवा जागरूक होकर रक्तदान के लिए आगे आए। टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि नागरिक सहकारी बैंक के चेयरमैन राजेश बिरला थे।
अन्य अतिथि में मां भारती जनकल्याण ट्रस्ट के उपाध्यक्ष दिनेश विजय, मैं भारत हूं कोटा ईकाई के संयोजक शंकर असकंदानी व जेसीआई कोटा की अध्यक्ष भावना श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष रक्षा नरूका मौजूद थे। इस दौरान राजेश बिरला ने जहां रक्तदान करने वालों का हौंसला बढाया वहीं विश्व रक्तदाता दिवस को रक्त्तोत्सव के रूप में मनाए जाने का स्वागत किया। उन्होंने युवाओं का आव्हान करते हुए कहा कि कोटा में रक्तदान को लेकर जो उत्साह उमंग और जोश रहता है, यह जोश कहीं ओर देखने को नहीं मिलता।
यहां एक मैसेज पर युवाओं की टीम दौड़ पड़ती है, ऐसा माहौल पूरे देश में कोटा से रक्तदान का सीख व संस्कार लेकर कोचिंग स्टूडेंट्स ही बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोटा देशभर में जिस तरह से कोचिंग सिटी के नाम पर जाना जाता है, वैसा ही आने वाले समय में रक्तदान और एसडीपी को लेकर भी जाना जाएगा।
टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर कोचिंग स्टूडेंटों में रक्तदान जागरुकता को लेकर अलख जगाई गई। उन्होंने मोटिवेट किया और कहा कि आप जहां भी जाएं. रक्तदान का कार्य प्राथमिकता से करें, ताकि किसी के जीवन को बचाया जा सके। इस अवसर पर टीम जीवनदाता के वर्द्धमान जैन, रजनीश खण्डेलवाल, अंकित पोरवाल, मनीष माहेश्वरी, नितिन सहित कई रक्तप्रेरको ने विद्यार्थियों की जिज्ञासा को शांत कर रक्तदान के लिए प्रेरित किया।
छात्रों ने संकल्प लिया कि कोटा से जाने के बाद जहां भी रहेंगे रक्तदान करेंगे। इस अवसर पर क्वीज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें रक्तदान से सम्बंधित सवालों के जवाब देने वाले स्टूडेंट्स को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही हर व्यक्ति को जागरूकता पत्रक दिए गए।
इस अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 19 स्टूडेंटों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। बिहार की साक्षी ने कहा कि कोटा का मन के लोगों का मन निर्मल, निस्वार्थ है। बैंगलोर के स्टूडेंट ने कहा कि मैं जहां भी रहूंगा कोटा को कभी नहीं भूल सकता, खासकर यहां रक्तदान का जो कार्य है वह वंदनीय है।