कोटा। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित संवेदना सेवा समिति के संरक्षक डाॅ आरसी साहनी ने कहा है कि युवाओं को बुरी सत्संग ही तम्बाकू सिगरेट, गुटखा, शराब आदि नशे की और अग्रसर करती है। तम्बाकू न खुद इस्तेमाल करें और न ही किसी दूसरे को करने दें।
उन्होंने गत दिवस को महावीर नगर तृतीय के एमबी इंटरनेशनल नर्सिंग काॅलेज के छात्र- छात्राओं को नशा मुक्ति पखवाड़े के तहत आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में पाॅवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार ने तम्बाकू पर प्रतिबंध लगा रखा है, परंतु हमें दुख है कि प्रतिबंधों का कहीं पालन नहीं हो रहा।
तम्बाकू जनित कैंसर को प्रारम्भिक अवस्था में ही नियंत्रित किया जा सकता है। समय पर विशेषज्ञों की सलाह ली जाए तो हम पीड़ितों की जान बचा सकते हैं। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने तम्बाकू उत्पादों का सेवन न करने की शपथ भी ली। एमबी इंटरनेशनल के डायरेक्टर दिनेश विजय ने अतिथियों का स्वागत किया। संवेदना सेवा समिति की चीफ काउंसलर अंकिता अग्रवाल ने सांपसीढी के गेम्स का किट भी नर्सिंग काॅलेज को भेंट किया।
तम्बाकू के खिलाफ नई पीढी लिखेगी नई ईबारत
डॉ. आरसी साहनी ने श्रीनाथपुरम स्थित उत्कर्ष संस्थान में कच्ची बस्ती के बच्चों को सांप सीढ़ी के खेलों के माध्यम से बताया कि तम्बाकू के खिलाफ नई पीढ़ी को जागरूक किया। खेल खेल में कोरे कागज पर संदेश पंजीकृत हो जाता है और दूसरे दशक तक आते आते जब यह तम्बाकू षडयंत्र के शिकार हो जाते हैं। सब खेल खेल में सीखें अस्त्र शस्त्र से तम्बाकू की आदत को परास्त करते हैं और तम्बाकू मुक्त समाज की संरचना में सहायक होते हैं।
उत्कर्ष संस्थान की अध्यक्ष सुधा शर्मा व चीफ काउंसलर अंकिता अग्रवाल ने वंडरगेम्स खेलने का अवसर प्रदान किया। चार बच्चों को वंडर गेम्स की सामग्री वितरित की गई। रविवार को आरएसी परिसर रावतभाटा रोड़ पर जवानों को प्रातः 7 बजे डाॅ साहनी नशा मुक्ति पर व्याख्यान देंगे।