डोर टू डोर सर्वे के नाम पर व्यापार एवं उद्योग जगत की शंका का हुआ समाधान
कोटा। जीएसटी विभाग द्वारा डोर टू डोर सर्वे अभियान को लेकर आज व्यापार और उद्योग जगत के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य कर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त शंभू दयाल मीणा से भेंटकर आक्रोश व्यक्त किया।
प्रतिनिधिमंडल में मौजूद दी एसएसआई एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल एवं सलाहकार बोर्ड के निदेशक व कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि डोर टू डोर सर्वे में कई ऐसी चीजों की जांच किए जाने के बारे में लिखा गया है, जिनका कोई औचित्य ही नहीं है।
जब सभी व्यापारी और उद्यमी नियमों के अनुसार अपना कार्य करके जीएसटी जमा कर अपने उद्योग एवं व्यापार का संचालन कर रहे हैं तो इस प्रकार के सर्वे का कोई औचित्य नहीं बनता है। प्रतिनिधिमंडल में एसोसियेशन के अध्यक्ष अमित सिंघल, पूर्व अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, विपिन सूद, राजकुमार जैन सहित कई व्यापारियों एवं उद्यमियों भी शामिल थे।
अगर इस तरह की कार्रवाई विभाग द्वारा की जाती है तो अनावश्यक विवाद पैदा होगा। जो व्यापारी एवं उद्यमी ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं, उनके सामने बिना वजह की परेशानी खड़ी होगी। बैठक में मौजूद राज्य के अतिरिक्त आयुक्त शंभू दयाल मीणा, संयुक्त आयुक्त अनुपम शर्मा, शिवेंद्र कुमार सक्सेना, मौजी राम मीणा उपायुक्त मयंक शर्मा, रतीश कुमार जैन एवं विनोद बेनीवाल ने संयुक्त रूप से प्रतिनिधिमंडल को बताया कि इस अभियान का मकसद डोर टू डोर सर्वे एवं जो बातें प्रचारित की जा रही है वह पूरी तरह से भ्रामक हैं।
उन्होंने बताया कि यह विशेष अभियान राज्य कर एवं केंद्रीय कर विभाग द्वारा फर्जी पंजीयन के विरुद्ध चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जीएसटी में पंजीकृत व्यक्ति जो बिना बिल माल अथवा सेवा की वास्तविक सप्लाई केवल टैक्स इनवॉइस के माध्यम से आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) का समायोजन कर राजकीय कोष को नुकसान पहुंचा रहे हैं, उन्हें चिन्हित कर उनका पंजीयन रद्द करने के लिए चलाया जा रहा है।
कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव माहेश्वरी ने विभागीय जानकारी के अनुसार सभी व्यापारी एवं उद्यमियों से आग्रह किया कि जो प्रचार प्रसार किया जा रहा है, वह पूरी तरह से भ्रामक एवं झूठा है। माहेश्वरी ने कहा कि सामान्य व्यापार करने वाले करदाताओं को किसी भी प्रकार के सत्यापन अथवा जांच के दायरे में नहीं रखा गया है। उन्होंने सभी व्यापारियों एवं उद्यमियों से अपील की है कि वह इस तरह के किसी भी भ्रामक प्रचार में नहीं आयें।
अगर किसी भी व्यापारी एवं उद्यमी के पास इस कार्य के लिए कोई भी व्यक्ति आता है, तो उसकी जानकारी कोटा व्यापार महासंघ एवं दी एसएसआई एसोसियेशन के पदाधिकारियों को देवें। सभी व्यापारी एवं उद्यमी स्वतंत्र होकर अपना व्यवसाय करें। उन्होंने कहा कि यह अभियान फर्जी पंजीयन प्राप्त कर राज्य व केंद्र सरकार को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्तियों को चिन्हित करने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के माध्यम से फर्जी व्यक्ति जो सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे हैं, उनका सत्यापन कर विभागीय कार्यवाही होती है, तो ऐसे व्यक्तियों पर निश्चित ही कार्रवाई होना चाहिए।
राज्य कर के अतिरिक्त आयुक्त शंभू दयाल मीणा ने बताया कि जो व्यापारी एवं उद्यमी अपना व्यवसाय नियमानुसार कर रहे हैं, उनसे निवेदन है कि वह किसी भी भ्रामक सूचना से घबराएं नहीं। सामान्य रूप से अपना व्यापार एवं उद्योग संचालित करने वालों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी विभाग द्वारा नहीं होगी।
दी एस एस आई एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष मित्तल एवं सलाहकार बोर्ड के निदेशक व कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव माहेश्वरी ने सभी व्यापारियों उद्यमियो को कहा कि वे स्वतंत्र रूप से अपना व्यवसाय का संचालन करें। व्यापारियों एवं उद्यमियों पर किसी भी प्रकार का कोई अवरोध पैदा किया गया तो हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे।