जयपुर। राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी कर 7 जिलों की तहसीलों का पुनर्गठन एवं 9 नवीन तहसीलों का गठन किया गया है।
अधिसूचना के अनुसार श्रीगंगानगर जिले की तहसील घड़साना का पुनर्गठन करते हुए उप तहसील रावला को क्रमोन्नत कर नवीन तहसील रावला का गठन किया गया है। इसी प्रकार झालावाड़ जिले में दो नवीन तहसीलों का सृजन किया गया है।
जिले की तहसील झालरापाटन का पुनर्गठन करते हुए उप तहसील बकानी को क्रमोन्नत कर नवीन तहसील बकानी का सृजन किया गया है एवं तहसील पिड़ावा का पुनर्गठन करते हुए उप तहसील सुनेल को क्रमोन्नत कर नवीन तहसील बनाया गया है।
जिला बाड़मेर की चौहटन व सेड़वा तहसील का पुनर्गठन कर नई तहसील धनाउ का गठन किया गया है। इसी प्रकार दौसा जिले की महवा एवं बसवा तहसीलों का पुनर्गठन कर उप तहसील मण्डावर को क्रमोन्नत कर नई तहसील मण्डावर का सृजन किया गया है।
जोधपुर जिले की तहसील बाप, तिंवरी, बावड़ी, ओसियां, फलोदी, व लोहावट का पुनर्गठन करते हुए नवीन तहसील बापिणी का सृजन किया गया है एवं नवसृजित तहसील बापिणी में से एक भू अभिलेख निरीक्षक मण्डल चाडी को विलोपित किया गया है।
जोधपुर जिले की ही तहसील शेरगढ़ एवं लोहागढ़ का भी पुनर्गठन किया गया है और नवीन तहसील देचू का गठन किया गया है। बीकानेर जिले की तहसील कोलायत का पुनर्गठन करते हुए उप तहसील बज्जू को क्रमोन्नत कर नवीन तहसील बनाया गया है।
उदयपुर की तहसील वल्लभनगर का पुनर्गठन करते हुए उप तहसील भीण्डर को क्रमोन्नत कर नई तहसील बनाया गया है एवं उप तहसील कानोड को यथावत रखते हुए नई तहसील भीण्डर में ही शामिल कर लिया गया है।
साथ ही भू अभिलेख निरीक्षक वृत्त खेरोदा, बाठरडा कला एवं मेनार को भी पुनर्गठित किया गया है एवं नवगठित बाठरडा कला एवं मेनार को तहसील वल्लभनगर एवं खेरोदा को तहसील भीण्डर में समाहित किया गया है।