जीएम ने अमृत भारत योजना वाले कोटा-नागदा रेल खण्ड के 6 स्टेशनों का लिया जायजा
कोटा। पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता ने मण्डल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी के साथ बुधवार को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कोटा मंडल के कोटा-नागदा रेल खण्ड के 6 स्टेशनों का निरीक्षण किया। जीएम ने निरीक्षण के दौरान विक्रमगढ़ आलोट, चौमहला, शामगढ़, गरोठ, भवानी मंडी एवं रामगंजमंडी को विकसित एवं यात्री सुविधाओं को लेकर किये जाने वाले कार्य का सम्पूर्ण जायजा लिया। साथ ही शामगढ़ उद्यान एवं रामगंजमंडी के कर्षण उप केन्द्र में पौधारोपण किया।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने इस रेल खण्ड पर स्थित रेल पुल संख्या 41 का भी सघन निरीक्षण किया। उल्लेखनीय हैं कि सम्पूर्ण भारतीय रेल में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1000 से अधिक स्टेशनों का कायाकल्प किया जाना है। इस योजना के अंतर्गत कोटा मंडल के 17 स्टेशनों का चयन किया गया है। जिसमें सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, भवानी मंडी, बारां, छबरा गुगोर, झालावाड सिटी, चौमहला, शामगढ़, मांडलगढ, भरतपुर, बयाना, श्रीमहावीरजी, हिंडौन सिटी, रामगंजमंडी, बून्दी, विक्रमगढ़ आलोट एवं गरोठ स्टेशन शामिल है।
इन स्टेशनों के अतिरिक्त यात्री सुविधाओं का विकास किया जाना हैं जैसे लिफ्ट, फुट ओवर ब्रिज, कवर शेड, यात्री प्रतीक्षालय निर्माण/सुधार, आधुनिक प्रकार के संकेतक सूचना बोर्ड, बैठने के लिए नए फर्नीचर की व्यवस्था, स्टेशन सर्कुलेटिंग क्षेत्र का विकास, दूसरा प्रवेश द्वार, स्टेशन भवन के बाहरी लुक का सौंदर्यीकरण, शौचालय का निर्माण/सुधार, प्लेटफॉर्म के सतह का सुधार कार्य, प्लेटफॉर्म को ऊँचा करना एवं स्टेशन भवन में पोर्च का निर्माण इत्यादि शामिल हैं।
महाप्रबंधक ने 111.19 करोड़ रूपए की लागत से तैयार किये जाने वाले डकनिया तलाव स्टेशन के विकास कार्यों का भी जायजा किया। जिसे अक्टूबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पमरे के महाप्रबंधक ने डकनिया तलाव स्टेशन को पुनर्विकसित करते समय स्टेशन डिजाइन के मानक तत्वों को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक नें नागदा-कोटा सेक्शन में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से प्रतिवेदन लेते हुए लोकल समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की एवं उसके शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया। इसके अलावा जीएम ने शामगढ़ में सभी मीडियाकर्मियों से पत्रकार वार्ता की और बताया कि इन स्टेशनों का कायाकल्प शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा।
नागदा-कोटा सेक्शन के निरिक्षण के पश्चात् कोटा वापसी पश्चात् मान्यताप्राप्त दोनों यूनियनों से कोटा मंडल की समस्याओं पर बात की एवं उसका गंभीरता के साथ निराकरण का आश्वासन दिया।
इस दौरान महाप्रबंधक के साथ मंडल रेल प्रबंधक,कोटा मनीष तिवारी, प्रमुख मुख्य इंजीनियर ए. के.पाण्डेय, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक राजेश पाठक, सीपीडीई (स्टेशन डेवलपमेंट) टी. राव, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) संजय यादव, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी विनोद कुमार मीना, वरिष्ठ मण्डल संकेत एवं दूर संचार इंजीनियर (समन्वय) आर. आर. मीना, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर (टीआरडी) मोहन सिंह मीना, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक सौरभ जैन, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (सामान्य) धर्मेन्द्र कस्तवार, सहायक सुरक्षा आयुक्त संजय चौधरी सहित अन्य अधिकारी व पर्यवेक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।