जयपुर/कोटा। राजस्थान में निजी चिकित्सकों की हड़ताल को लेकर जनहित याचिका पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार और राजस्थान मेडिकल कौंसिल सहित अन्य से जवाब मांगा है। याचिकाओं में सरकारी अस्पतालों में संसाधन मुहैया कराने और निजी चिकित्सकों के काम पर लौटने की मांग की है। याचिका में हड़ताली डाॅक्टरों के लाइसेंस रद्द करने की मांग भी की गई है। अब मामले की सुनावई 11 अप्रैल को होगी।
राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को आंदोलनरत डॉक्टर्स ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात की। इस दौरान डॉक्टर्स ने RTH बिल को लेकर डोटासरा के सामने आपत्तियां रखी। जिस पर डोटासरा ने अधिकारियों से बातचीत के बाद ही कोई फैसला लेने की बात कही। डोटासरा ने ट्वीट कर कहा-सुबह आवास पर डॉक्टर्स प्रतिनिधि मण्डल ने भेंट कर RTH को लेकर अपनी बात रखी।
डॉक्टर्स को शीघ्र ही सकारात्मक समाधान को लेकर आश्वस्त किया। हालांकि, डाॅक्टरों का कहना है कि वह मशाल जुलूस निकालेंगे। बता दें ट टू हेल्थ बिल 21 मार्च को विधानसभा से पास हो गया है। फिलहाल इस बिल को राज्यपाल से मंजूरी मिलना बाकी है। राजस्थान देश का पहला राज्य है। जहां RTH बिल पास हुआ। इस बिल में सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज की गारंटी है। ऐसे में अब राजस्थान में इमरजेंसी की हालत में प्राइवेट हॉस्पिटल को भी फ्री इलाज करना होगा। इसके लिए प्राइवेट हॉस्पिटल में इमरजेंसी में फ्री इलाज के लिए अलग से फंड बनेगा।
मशाल जूलूस निकालेंगे: प्राइवेट हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी के सेक्रेटरी डॉ. विजय कपूर ने बताया कि प्रदेशभर में प्राइवेट हॉस्पिटल ने सरकारी स्कीम्स को बंद करने की लिखित सहमति दे दी है। ऐसे में 1 अप्रैल से राजस्थान के सभी के प्राइवेट हॉस्पिटल में सरकारी स्कीम्स के मास डीएम्पेनेलमेंट की कार्रवाई को पूरा कर लिया जाएगा। कपूर ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल भी जारी है। सरकार के दबाव में कुछ रेजिडेंट भले ही काम पर लौट गए हों। लेकिन JARD ने अपनी हड़ताल को जारी रखा है।
कोटा की डॉक्टर नीलम आमरण अनशन पर
वहीं कोटा की डॉक्टर नीलम खंडेलवाल आज तीसरे दिन भी आमरण अनशन पर बैठी हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं कर देती मेरा अनशन जारी रहेगा। 7 अप्रैल को मशाल जुलूस निकालेंगे।