नई दिल्ली। आटा मिल के प्रतिनिधियों के मुताबिक गेहूं के आटे के उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति में अगले कुछ महीनों के दौरान तेजी से गिरावट आएगी और आधे पर आ जाएगी। मिल के आटे में नरमी आनी शुरू हो गई है।
भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने दाम करने के लिए छह निविदाएं जारी की हैं। FCI ने 33.8 लाख टन गेहूं जारी किया है। कोरोना से पहले के साल 2019-20 में एफसीआई ने 36.3 लाख टन गेहूं बेचा था। इसने खुले बाजार में बेचने की योजना के तहत 2021-22 में 70.3 लाख टन गेहूं जारी किया था। इस साल छठी निविदा की बिक्री अंतिम हो सकती है।
इसका कारण यह है कि गेहूं की नई फसल की आवक अगले हफ्ते से 10 दिनों में मध्य प्रदेश, गुजराज से शुरू हो जाएगी। इसके बाद पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की फसल आएगी।