कृषि मंत्री तोमर से मिला कोटा के उद्यमियों और व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल
कोटा। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमारी सरकार की व्यापार उद्योग एवं किसानों के हितों के देखते हुए हर चीज पर निगाह है। शीघ्र उच्च स्तरीय प्रशासनिक टीम को इस क्षेत्र के विकास में आ रही बाधाओं एवं सरलीकरण के लिए लगाया हुआ है। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली बुलाकर सुझाव देने एवं अपनी परेशानियों से अवगत कराने को कहा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार कृषि क्षेत्रों के विकास के लिए कटिबद्ध है ।
इससे पहले कोटा के व्यापारियों एवं उद्यमियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से सर्किट हाउस में भेंट कर हाडौती के औद्योगिक विकास में आए ठहराव और उद्योग जगत की समस्याओं से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल, अध्यक्ष राजकुमार जैन, कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ताराचंद गोयल एवं पूर्व सचिव मनीष माहेश्वरी आदि शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मन्त्री को बताया कि उद्यमियों एवं व्यापारियों को सरकारी स्तर पर किसी भी प्रकार का प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है। जबकि शैक्षणिक विकास के लिए संपूर्ण माहौल अनुकूल है। हाडौती कृषि बाहुल्य क्षेत्र है और यहां कृषि उद्योग के लिए समुचित माहौल है। लेकिन सरकारी स्तर पर लाइसेंस प्रणाली, मंडी टैक्स एवं जीएसटी की विसंगतियों के चलते व्यापारी एवं उद्यमी इस क्षेत्र में निवेश करने से कतराते हैं।
उन्होंने बताया कि हाडौती क्षेत्र में चावल, दालें, संतरे और धनिया की भरपूर फसल होती है। अगर सरकार नियमों में सरलीकरण करें तो निश्चित ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी औद्योगिक विकास हो सकता है। ताकि किसानों को उनकी फसल का समुचित मूल्य, ग्रामीण क्षेत्रों का विकास एवं रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकते हैं।