नई दिल्ली। मोबाइल नंबर को अब घर बैठे आधार से लिंक कराया जा सकेगा। इससे आधार से लिंक कराने की जद्दोजहद में सेवा प्रदाता कंपनियों के केंद्रों पर लगी भीड़ जल्द खत्म होगी। सरकार बुजुर्गो, अक्षम लोगों और महिलाओं को सहूलियत देने और करीब सौ करोड़ मोबाइल नंबर होने के मद्देनजर इस प्रक्रिया को सरल बनाने जा रही है।
दूरसंचार मंत्रलय जल्द आधार से मोबाइल नंबर को लिंक करने के नए दिशा-निर्देश जारी करेगा। विशिष्ट पहचान पत्र प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की सहमति के बाद मंत्रलय ने वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) के जरिए आधार को मोबाइल से लिंक करने की रूपरेखा तैयार की है।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक ओटीपी प्रक्रिया के जरिए मोबाइल ग्राहकों की मुश्किल का हल निकाल लिया गया है। अगले दो दिनों में इस दिशा में निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी मोबाइल सिम को सरकार ने आधार से लिंक करने का निर्णय बीते अगस्त में लिया था।
इसकी वजह सत्यापन की प्रक्रिया को आसान करना और फर्जी मोबाइल सिम कार्ड को पूरी तरह से खत्म करना था। इसके बाद सामने आया कि पुनर्सत्यापन में बुजुर्ग, बीमार, अक्षम और महिलाओं को परेशानी हो रही है। देश में सौ करोड़ के करीब मोबाइल नंबर है जिन्हें पुनर्सत्यापन की प्रक्रिया निभानी है।
सेवा प्रदाता कंपनियों के केंद्रों में रोजाना इसके लिए लोगों की भीड़ जुटती है। कुछ लोगों ने न्यायपालिका का भी दरवाजा खटखटाया है। इन्हीं विभिन्न कारणों के मद्देनजर केंद्र ने इस प्रक्रिया को आसान बनाने का निर्णय लिया। मंत्रालय या यूआईडीएआई की ओर से जल्द इसके लिए एक नंबर जारी किया जाएगा जिस पर आधार नंबर मैसेज के जरिए भेजना होगा।
मैसेज भेजने के बाद एक ओटीपी आधार में पंजीकृत नंबर पर आएगा। ओटीपी को भी उसी नंबर पर भेजना होगा जिस पर आधार नंबर भेजा था। ओटीपी भेजते ही नंबर आधार से लिंक हो जाएगा। अभी नया सिम खरीदने वाले आधार कार्ड धारक ग्राहक से सत्यापन के लिए कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाता है।
नई प्रक्रिया के तहत ग्राहक को सिर्फ अंगूठे या अंगुलियों का निशान दूरसंचार कंपनियों को देना होता है। मोबाइल नंबरों को आधार से जोड़ने के बारे में दूरसंचार विभाग की अधिसूचना को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। यह याचिका तहसीन पूनावाला ने दायर की है।