नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत की विशाल सहकारी समिति इफ्को द्वारा किसान समुदाय को उर्वरकों के उचित प्रयोग, उपयुक्त उन्नत तकनीकों के चयन और नकदी रहित लेने-देन के प्रशिक्षण के लिए किए जा रहे उपायों से वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने में मदद मिलेगी।
इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लि़ (इफ्को) की स्वर्ण जयंती पर मोदी ने एक संदेश में कहा, किसानों और सहकारी संस्थाओं के उत्थान में इफ्को का योगदान सराहनीय है।
प्रधानमंत्री ने इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी को लिखे पत्र में कहा है कि समिति ने यूरिया की कालाबाजारी को रोकने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए नीम लेपित यूरिया कार्यक्रम को लागू करने में भी एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मोदी ने देशभर में किसानों और सहकारी समिति के सदस्यों को कषि क्षेत्र में डिजिटलीकरण और नकदी रहित लेन—देन तथा फसलों के लिए पोषक तत्वों के सही प्रयोग की जानकारी देने समेत कई अन्य विषयों पर किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए इफको द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की प्रशंसा की।
सरकार द्वारा किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने के लक्ष्य का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इफको की किसानों को उन्नत कषि तकनीक से जोड़ने की पहल इस लक्ष्य को हासिल करने में मददगार साबित होगी।
वर्ष 1967 में मात्र 57 सहकारी समितियों के साथ स्थापित इफको, आज देश में 36,000 से अधिक सहकारी समितियों का एक विशाल महासंघ है। यह इस समय 125 जगहों पर किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इस सहकारी उपक्रम ने पिछले वित्त वर्ष में 22500 करोड़ रपये का कारोबार किया।
इसने इस दौरान 85 लाख टन उर्वरकों का उत्पादन और 110 लाख टन उर्वरकों की बिक्री की। इसके देश में पांच और दूसरे देशों में तीन कारखाने हैं। इफको साधारण बीमा, ग्रामीण दूरसंचार और ग्रामीण खुदरा कारोबार भी करती है। अवस्थी ने उर्वरक क्षेत्र में इस माह 50वां वर्ष पूरा किया। वह पिछले करीब 25 वर्ष से इफको में हैं।