बिकवाली से सेंसेक्स 844 अंक लुढ़क कर बंद, निवेशकों के चार लाख करोड़ रुपये डूबे

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मुंबई। आईटी और मेटल सेक्टर में कमजोरी के कारण घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 844 अंक टूटकर बंद हुआ। कमजोर वैश्विक रुख और विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी से बाजार नीचे आया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ। इस गिरावट से निवेशकों को चार लाख 30 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 270 लाख करोड़ रुपये रह गया।

मंगलवार को जेएसडब्ल्यू के शेयरों में छह प्रतिशत तो जोमैटो के शेयरो में पांच प्रतिशत की गिरावट दिखी। मंगलवार को सेंसेक्स के 30 शेयरों में 28 शेयर लाल निशान पर कारोबार करते दिखे।

घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार को अंतिम एक घंटे में मेटल, आईटी और रियल्टी सेक्टर के शेयरों में बिकवाली का दबाव दिखा। बाजार में सबसे ज्यादा कमजोरी रियल्अी इंडेक्स में आई और यह 3.07 प्रतिशत तक टूट गया।

इसके अलावा, निफ्टी आईटी इंडेक्स में 1.99%, निफ्टी मेटल में 2.20%, निफ्टी फार्मा में 1.55%, निफ्टी ऑटो 1.62% और निफ्टी बैंक में 0.97% की गिरावट नजर आई। बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटकर 270 लाख करोड़ रुपये रह जाने से दलाल स्ट्रीट के निवेशकों को 4.3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया है।

इससे पहले अमेरिकी बाजारों में सोमवार को कमजोरी के बाद मंगलवार को भारतीय बाजार भी लाल निशान पर खुले थे। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 166.40 अंकों की गिरावट के साथ 57,802.14 अंकों पर कारोबार करता दिखा। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 55.35 अंकों की गिरावट के बाद 17,185.65 अंकों पर कारोबार कर रहा था।

अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका और चिप स्टॉक्स में गिरावट के कारण सोमवार को नैस्डैक जुलाई 2020 के बाद सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। डाओ जोंस 94 अंक टूटकर 29203 तो नैस्डैक 110 अंक टूटकर 10542 के स्तर पर बंद हुआ। S&P 500 में 0.75 फीसदी की गिरावट दिखी। अमेरिकी बाजारों में कमजोरी से मंगलवार को SGX निफ्टी में भी कमजोरी दिखी थी।