नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज और केजी-डी6 गैस क्षेत्र में उसकी सहयोगी ब्रिटेन की कंपनी बीपी की वहां 1.5 अरब डॉलर निवेश करने की योजना है।
इसे वह इस ब्लॉक के आसपास मिले छह अन्य गैस कुंओं (सैटेलाइट गैस क्षेत्र) के विकास पर खर्च करेगी। यह निवेश 2022 तक किया जाना है।
इस घटना क्रम से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दोनों कंपनियों ने सोमवार को हाइड्रोकार्बन निदेशालय (डीजीएच) को वहां गैस क्षेत्र विकास की अपनी योजना रिपोर्ट जमा की। इसमें मुख्य परियोजना क्षेत्र के आसा पास के गैस स्रोतों का विकास किया जाना है।
सूत्रों के अनुसार पूरी तरह चालू हो जाने पर इनसे रोज कुल एक करोड़ से 1.2 करोड घन मीटर गैस का उत्पादन होने की उम्मीद है।
कंपनी ने बताया कि चार गहरे पानी के सैटेलाइट गैस क्षेत्र और दो अन्य सैटेलाइट गैस क्षेत्र आर-श्रृंखला और एमजे श्रृंखला की उन गैस खोजों में से हैं जिन पर रिलायंस और बीपी ने इस साल मध्य जून में 40,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी।
सूत्रों ने बताया कि इन छह सैटेलाइट गैस क्षेत्रों की विकास योजना को एक साथ लागू किया जाएगा जबकि आर-श्रृंखला की डी-34 और एमजे श्रृंखला की डी-55 के लिए अलग-अलग विकास योजनाएं हैं।