नई दिल्ली। जस्टिस उदय उमेश ललित (CJI UU Lalit) ने हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार ग्रहण किया है। उनके सीजेआई बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ चार दिनों में 1800 से अधिक मामलों का निपटारा किया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बोलते हुए सीजेआई यूयू ललित ने सुप्रीम कोर्ट के इस प्रदर्शन का विवरण दिया।
उन्होंने वकीलों को संबोधित करते हुए कहा, “मैं आपके साथ पिछले चार दिनों में हुई एक बात साझा करना चाहता हूं। हम जिन मामलों को सूचीबद्ध कर रहे हैं वो मेरे कार्यभार संभालने से पहले के समय की तुलना में बहुत अधिक हैं। मेरे महासचिव ने आंकड़े मेरे सामने रखे हैं। पिछले चार दिनों में अदालत द्वारा निपटाए गए मामलों की कुल संख्या 1293 थी।”
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1293 मामलों में से 493 का 29 अगस्त को निपटारा किया गया। आपको बता दें कि बतौर सीजेआई, यूयू ललित का यह सुप्रीम कोर्ट में पहला दिन था। इसके बाद 315 फैसले शुक्रवार को सुनाए गए। वहीं, मंगलवार और गुरुवार को क्रमश: 197 और 228 मामलों का निपटारा सुप्रीम कोर्ट ने किया। गणेश चतुर्थी के कारण बुधवार को सुप्रीम कोर्ट बंद रहा।
अपने संबोधन के दौरान न्यायमूर्ति यूयू ललित ने जोर देकर कहा कि शीर्ष अदालत दो दिनों के भीतर नियमित सुनवाई के 106 मामलों पर भी फैसला कर सकती है। नियमित सुनवाई के मामले तीन-न्यायाधीशों की पीठ के पास हैं जिन्हें या तो व्यापक तर्क की आवश्यकता होती है या फिर वे सूचीबद्ध किए बिना दशकों से ठंडे बस्ते में पड़े हैं।
नियमित सुनवाई के मामले अब तीन-न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष मंगलवार और गुरुवार के बीच सूचीबद्ध हैं। ऐसे 58 मामलों का निर्णय मंगलवार को किया गया, जबकि 48 मामलों का गुरुवार को निपटारा किया गया। सीजेआई ललित ने कहा, “आप अच्छी तरह से कल्पना कर सकते हैं कि अदालतें अब नियमित मामलों के निपटारे पर अधिक जोर दे रही हैं।”
अदालत ने सोमवार से 440 स्थानांतरण याचिकाओं का भी निपटारा किया। मंगलवार और गुरुवार को बड़ी संख्या में तबादला याचिकाओं पर फैसला सुनाया गया। जस्टिस ललित ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ज्यादा से ज्यादा मामलों को निपटाने की कोशिश करेगा और वह सीजेआई के रूप में 74 दिनों के अपने छोटे से कार्यकाल में लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
उन्होंने कहा, “जब मैंने पदभार संभाला तो हर आंखें मुझे एक ही कहानी बता रही थीं। ‘सर, हमें आपसे बहुत उम्मीदें हैं।’ मैं ईमानदारी से प्रयास करूंगा। मैं उन उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा। सुप्रीम कोर्ट कोशिश करेगा कि ज्यादा से ज्यादा मामले निपटाए जाएं। अधिक से अधिक मामले सुप्रीम कोर्ट में लाए जाएं और इस संदेश को देश के कोने-कोने तक जाने दें।”
27 अगस्त को 49वें CJI के रूप में कार्यभार संभालने से कुछ दिन पहले एक साक्षात्कार में न्यायमूर्ति यूयू ललित ने इस बात को स्वीकार किया था कि विभिन्न स्तरों पर लंबित मामलों (करीब 71,000) से निपटने की आवश्यकता है।