मुंबई विश्वविद्यालय में होगी हिंदू धर्म की पढ़ाई, अगले सप्ताह से एडमिशन शुरू

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मुंबई। मुंबई विश्वविद्यालय (एमयू) में जल्द ही हिंदू धर्म (study of Hinduism) की पढ़ाई होगी। हिंदू धर्म के विभिन्न पहलुओं से विद्यार्थियों को अवगत कराने के लिए एमयू ने हिंदू अध्ययन में दो साल का स्नातकोत्तर डिग्री पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। इसके साथ ही विश्व के सबसे पुराने धर्म की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आक्सफोर्ड सेंटर फार हिंदू स्टडीज की तरह विश्वविद्यालय में हिंदू अध्ययन केंद्र (हिंदू अभ्यास केंद्र) भी स्थापित किया गया है।

विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए हिंदू अध्ययन कार्यक्रम में दो वर्षीय ‘मास्टर आफ आर्ट इन हिंदू स्टडीज’ के लिए प्रवेश प्रक्रिया अगले सप्ताह शुरू होगी। सेंटर फार हिंदू स्टडीज (हिंदू अभ्यास केंद्र) के प्रभारी निदेशक डा. रविकांत संगुर्दे ने कहा कि यह पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप होगा। उक्त पाठ्यक्रम में फिलहाल 60 सीटें स्वीकृत हैं।

एमयू के अधिकारियों ने कहा कि यह केंद्र न केवल हिंदू अध्ययन में स्नातकोत्तर डिग्री देगा, बल्कि आने वाले समय में विभिन्न विषयों पर संबद्ध सर्टिफिकेट, डिप्लोमा कोर्स भी शुरू करेगा। यह केंद्र कलिना में मुंबई विश्वविद्यालय के विद्यानगरी परिसर स्थित बजाज भवन से कार्य करेगा। संगुर्दे ने कहा, हिंदू धर्म को कर्मकांड प्रथाओं तक सीमित नहीं किया जा सकता है। यह धर्म सार्वभौमिक शांति, भाईचारे, विविध विचारों, विश्वासों, विचारों और प्रथाओं के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में विश्वास करता है।

संगुर्दे ने बताया कि किसी भी संकाय (कला, वाणिज्य, विज्ञान) में स्नातक दो साल के इस स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस पाठ्यक्रम के तहत हिंदू धर्म के प्रमुख सिद्धांतों की भी शिक्षा दी जाएगी। संस्कृत भी पढ़ाया जाएगा। अध्ययन के बाद कालेजों और विश्वविद्यालयों में हिंदू अध्ययन में शिक्षक भी बन सकते हैं।

एनईपी 2020 के अनुरूप देश के कई विश्वविद्यालयों में हिंदू धर्म की पढ़ाई हो रही है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने इस साल जनवरी में हिंदू अध्ययन में पाठ्यक्रम शुरू किया। इसके बाद सूरत, बड़ौदा आदि कई अन्य विश्वविद्यालयों ने पाठ्यक्रम शुरू किया।