कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की आशंका

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मुंबई। दुनियाभर के वित्तीय बाजारों में जारी अनिश्चितता के बीच कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आने की आशंका है। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म बैंक ऑफ अमेरिका (बोफा) सिक्योरिटीज ने कहा कि इस साल दिसंबर तक सेंसेक्स वर्तमान स्तर से 3,000 अंक से ज्यादा टूट सकता है।

वहीं, निफ्टी मौजूदा स्तर से करीब 1,000 अंक गिरकर 14,500 तक पहुंच सकता है। इससे पहले ब्रोकरेज फर्म ने जनवरी, 2022 में निफ्टी के 16,000 के स्तर तक पहुंचने का अनुमान जताया था। बुधवार को सेंसेक्स 1.35 फीसदी गिरकर 51,822.53 और निफ्टी 1.44 फीसदी फिसलकर 15,413.30 पर बंद हुआ।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सेंसेक्स पिछले साल अक्तूबर से अब तक 18% और निफ्टी 16% से ज्यादा टूट चुका है। मौजूदा हालात को देखते हुए बाजार में और गिरावट की आशंका है। महामारी के बाद दुनियाभर में आर्थिक और कारोबारी गतिविधियों में तेजी से मांग बढ़ने से आगे भी कच्चे तेल की कीमतें उच्च स्तर पर ही बनी रहेंगी। इससे शेयर बाजारों में और गिरावट की आशंका है।

इक्विटी मार्केट में 2.3 लाख करोड़ का निवेश
खुदरा निवेशक पिछले दो वर्षों से इक्विटी मार्केट में लगातार निवेश कर रहे हैं। उन्होंने इक्विटी बाजार में एनएसई कैश मार्केट सेगमेंट के जरिये 2.3 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। इनमें 1.6 लाख करोड़ रुपये का निवेश 2021-22 में हुआ।

विदेशी निवेशकों ने निकाले तीन लाख करोड़

  • भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी लगातार घट रही है। यह दिसंबर, 2021 में घटकर 9 साल के निचले स्तर 19.7 फीसदी पर आ गई थी। उधर, खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में बढ़कर 14 साल के उच्च स्तर 9.7 फीसदी पर पहुंच गई।
  • विदेशी निवेशकों ने अक्तूबर, 2021 से अब तक घरेलू बाजार से 3 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है।