इंडोनेशिया ने भारत को भेजा 2 लाख टन कच्चा पाम तेल, सस्ते होंगे खाद्य तेल

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नई दिल्ली। इंडोनेशिया से एक बड़ी खुशखबरी आ रही है कि वहां से करीब 2 लाख टन कच्चा पाम तेल भारत के लिए भेजा गया है। ऐसे में भारत में पाम ऑयल की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे बाकी खाने के तेलों के दाम (Edible Oil Price) भी घटेंगे। करीब महीने भर पहले 28 अप्रैल को जब इंडोनेशिया ने पाम ऑयल निर्यात पर बैन लगाने का फैसला किया था तो उसके चलते खाने के तेल महंगे हुए थे।

इंडोनेशिया से करीब 2 लाख टन कच्चे पाम तेल का शिपमेंट सोमवार को भारत भेजा गया है। माना जा रहा है कि इस हफ्ते के अंत तक कच्चे पाम तेल का यह शिपमेंट भारत पहुंच जाएगा। खाने के तेल का आयत करने वाले फर्म सनविन ग्रुप के चीफ एग्जिक्युटिव संदीप बजोरिया के अनुसार रिटेल बाजार में इंडोनेशिया का यह शिपमेंट 15 जून तक उपलब्ध हो जाएगा। पाम ऑयल की कीमत कम होने से साबुन, मार्गरीन, शैंपू, बिस्कुट और चॉकलेट जैसी चीजों के कच्चे माल की कीमतें कम होंगी।

अभी भारत करीब 13-13.5 मिलियन टन खाने का तेल आयात करता है, जिसमें से करीब 8-8.5 मिलियन टन तेल यानी करीब 63 फीसदी तेल पाम ऑयल है। इसमें से भी करीब 45 फीसदी पाम ऑयल इंडोनेशिया से आता है और बाकी का मलेशिया से। अगर खाने के तेल की कीमतें घटती हैं तो इससे सरकार को और जनता को काफी राहत मिलेगी। अभी भारत में लोग तगड़ी महंगाई झेल रहे हैं। अप्रैल में फूड इनफ्लेशन 8.38 फीसदी हो गया, जो मार्च में करीब 7.68 फीसदी था।

भारत अपनी जरूरत का ज्यादातर पाम ऑयल इंडोनेशिया से ही आयात करता है। इंडोनेशिया के फैसले से देश में पाम ऑयल की कीमत में गिरावट आने की उम्मीद है। पाम ऑयल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल खाना बनाने में होता है। दूसरे तेलों के साथ इसकी ब्लेंडिंग भी की जाती है।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो (Joko Widodo) ने कहा कि पाम ऑयल सेक्टर में काम करने वाले 1.7 करोड़ लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए पाम ऑयल के निर्यात से बैन हटाने का फैसला किया था। वहां अब भी इसकी कीमत 17,300 रुपये (91.46 भारतीय रुपया) लीटर चल रही है। एक समय यह 22,000 रुपये के ऊपर चली गई थी।

15 जून के बाद दिखेगा असर
उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि इंडोनेशिया द्वारा कमोडिटी पर निर्यात प्रतिबंध हटाने के बाद सोमवार को भेजी गई खेप इस सप्ताह के अंत तक भारत पहुंच जाएगी और 15 जून तक खुदरा बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। ऐसे में कीमतों में गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं को 15 जून के बाद मिलना शुरू हो जाएगा। घरेलू खाना पकाने के तेल की कीमतों में वृद्धि से चिंतित, इंडोनेशिया ने 28 अप्रैल को पॉम के तेल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। बाद इंडोनेशिया ने प्रतिबंध 23 मई को समाप्त कर दिया।

बिस्कुट और चॉकलेट सस्ते होंगे
बिस्कुट और चॉकलेट के साथ चिप्स और अन्य पैकेटबंद खाद्य पदार्थों में भी पॉम ऑयल का इस्तेमाल होता है। इन उत्पादों के दाम पिछले एक साल में 25 से 30 फीसदी तक बढ़े हैं। कई कंपनियां फिर से सात से 10 फीसदी दाम बढ़ाने की तैयारी कर रहीं थीं। लेकिन पॉम ऑयल सस्ते होने से उन्हें उत्पादों के दाम कम करने पड़ेंगे।